मधुबनीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर शकील अहमद ने पार्टी के प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. शकील अहमद अब बिहार के मधुबनी से निर्दली उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. हालांकि वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी ने इन बातों को महज अफवाह करार दिया था.
मुकेश साहनी ने कहा था कि डॉक्टर शकील अहमद साहब कांग्रेस के बड़े नेता हैं. वे ऐसा कुछ नहीं करने जा रहे हैं. वे महागठबंधन के साथ हैं. उन्होंने शकील अहमद से एडजस्टमेंट होने की बात कही थी. जबकी शकील अहमद ने मधुबनी से निर्दलीय लड़ने का फैसला ले लिया. वे मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन से वीआईपी पार्टी के प्रत्याशी इंजीनियर बद्री पूर्वे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
बुलो मंडल के प्रचार में जूटे साहनी
बता दें कि मुकेश साहनी भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन से राजद के प्रत्याशी बुलो मंडल का साथ देने आए थे. वे बुलो मंडल के लिए चुनाव प्रचार करने एसएसबी कॉलेज ग्राउंड पहुंचे थे. जहां उन्होंने यह बातें कहीं.
आखीर क्यों भरा पर्चा
वहीं शकील अहमद निर्दलीय और कांग्रेस से दो पर्चे दाखिल किए हैं. इनके नामांकन दाखिल करने के साथ ही मधुबनी लोकसभा का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.कहा कि अगर हम खड़े नहीं होते, तो इसका फायदा बीजेपी को होता. बीजेपी के फायदे को रोकने के लिए हमने पर्चा दाखिल किया है. बता दें कि महागठबंधन ने यहां से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को टिकट दिया है.
कौन है शकील अहमद
- शकील अहमद 1998 और 2004 में में मधुबनी सीट से लोकसभा सदस्य रहे.
- वे 1985, 1990 और 2000 में विधायक चुने गए थे.
- शकील ने राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्य किया.
- 2004 में केंद्र में सत्तासीन रहे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सरकार में संचार, आईटी और गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे थे.