मधुबनी: देश के विभिन्न राज्यों से आये हुए प्रवासियों को उनके अपने ही जिले और प्रखंड में रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में जिला प्रशासन की ओर से पहल की जा रही है. जिसका सकारात्मक प्रभाव जिले के कई प्रखंडों में मनरेगा के माध्यम से देखा जा रहा है. सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पुरूष और महिलाएं कार्य करते हुये देखे जा रहे हैं. साथ ही मनरेगा के तहत कच्ची सड़क की मरम्मती के कार्य भी कराये जा रहे हैं.
मधुबनी: प्रवासियों को मनरेगा योजनाओं से मिल रहा रोजगार, हर प्रखंड में कराया जा रहा कार्य
जिले के कई प्रखंडों के तालाबों का जीर्णोद्धार का कार्य कराकर प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. प्रवासी मजदूर बेरोजगार नहीं रहे, इसके लिए पंचायतों में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संचय की कई योजनाओं का कार्य कराया जा रहा है.
प्रवासियों को मुहैया कराया जा रहा रोजगार
जिले के कई प्रखंडों के तालाबों का जीर्णोद्धार का कार्य कराकर प्रवासियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. प्रवासी मजदूर बेरोजगार नहीं रहे, इसके लिए पंचायतों में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संचय की कई योजनाएं जैसे-तालाब की खुदाई, नहर, आहर-पईन की उड़ाही कार्य कराया जा रहा है. जिससे किसानों को खेती करने में सहूलियत होगी. साथ ही साथ अब कोसी और कैनाल की नहर भी देखने में आकर्षक लगेगी. वहीं, इस कार्य को 15 जून तक पूर्ण किये जाने का निर्देश दिया गया है.
5405 नये प्रवासियों का बनाया गया जाॅब कार्ड
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण से प्राप्त सूचनानुसार अब तक 5405 नये प्रवासियों का जाॅब कार्ड बनाया गया है. जिले में 46484 मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराया गया है. इन मजदूरों को 194.00 रुपये की दर से इनके खाते में भुगतान किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के संकट काल में प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की अच्छी पहल है.