मधुबनी: दूसरे प्रदेशों से लौटे प्रवासी मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार ने पहल की है. राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के बच्चों को मुफ्त में नामांकन के लिए योजना बना ली है. इन बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मिलेगी, सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों में दाखिला होगा.
प्रदेश में लौटे लाखों प्रवासियों के बच्चों की सरकार सर्वे कराएगी. सभी बीईओ और डीईओ सूची तैयार कर शिक्षा विभाग को भेजेंगे. इसके आधार पर नामांकन को लेकर फैसला लिया जाएगा. जुलाई के पहले सप्ताह में दाखिला की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जल्द बैठक भी बुलाई है. बैठक के बाद रणनीति तैयार कर सभी डीईओ को आदेश जारी किया जाएगा.
'जुलाई से शुरू होगी नामांकन प्रक्रिया'
प्राथमिक शिक्षा के निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग प्रवासी मजदूरों के बच्चों को मिशन के तहत नामांकन करवाने की कार्य योजना बनाने में जुटा है. जुलाई के प्रथम सप्ताह से सरकारी स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. इसमें सभी प्रवासी मजदूरों के बच्चों को मुफ्त में नामांकन लिया जाएगा. सभी बच्चों को सरकार के तरफ से मिलने वाली छात्रवृति, पोशाक और अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा. योग्यता अनुसार बच्चों को वर्ग में दाखिला लिया जाएगा, जिससे बच्चों को सिलेबस समझने में कठिनाई नहीं हो.