मधेपुरा:जाप संरक्षक पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट ने एक 32 साल पुराने मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मामले की सुनवाई करते हुए पप्पू यादव को न्यायिक हिरासत में वीरपुर जेल भेजने का आदेश दिया. हालांकि उनके बीमार होने के कारण डीएमसीएच के आईसीयू वार्ड में भर्ती करवाया गया है. लेकिन इस पूरे मामले में तथाकथित अपहृत उमा यादव ने खुद सामने आकर मामले को खत्म होने की बात कही.
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उमा यादव ने कहा कि गलतफहमी में आकर मुरलीगंज थाना में अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया था, जिसमें पप्पू यादव को 32 साल बाद जेल जाना पड़ा है. लेकिन इस मामले में उसी समय मेल मिलाप हो गया था. पप्पू यादव अच्छे मित्र थे और अभी भी हैं. मेरी सभी बेटियों की शादी में पप्पू यादव ही मुख्य अतिथि रहे हैं.
'फर्जी मामले में पप्पू यादव की गिरफ्तारी'
इसके साथ ही उमा यादव ने कहा कि पप्पू यादव मेरे घर हर तरह के यज्ञ और अन्य कार्यक्रमों में आते रहते हैं. लेकिन जब उनकी गिरफ्तारी के बारे में पता चला तो हमें काफी दुख हुआ. एक फर्जी मामले, जिसमें बहुत पहले ही मेल मिलाप हो गया था तो फिर उस केस में पप्पू यादव को कैसे गिरफ्तार किया गया?
'उमा यादव की तीनों बेटियों की शादी में हुए थे शामिल'
बताया जा रहा है कि उमा यादव की तीनों बेटियों की शादी में पप्पू यादव उपस्थित हुए थे. हालांकि एक की शादी में शामिल नहीं होने पर उन्होंने अपनी पत्नी रंजीत रंजन को भेज दिया था. वहीं, उमा यादव की तीसरी बेटी की शादी में 17 फरवरी 2021 को मधेपुरा में पप्पू यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे.
'पुलिस की गड़बड़ी के कारण फाइलों में केस जिंदा'
पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर उमा यादव के दामाद और मुरलीगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष श्वेत कमल उर्फ बौआ यादव ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी गलत हुई है. पुलिस की गड़बड़ी के कारण ये फर्जी केस अब तक फाइलों में जिंदा था.
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बिहार में सियासत जारी
जाप सुप्रीमो की गिरफ्तारी को लेकर राज्य में सियासत जारी है. राजद ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण के दौर में लोगों के लिए इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं कर पाने और गंगा नदी में मिल रही लाशों के साथ अपनी विफलता को छुपाने के लिए पप्पू यादव को गिरफ्तार करने का नाटक रची है. वहीं, भाजपा ने पप्पू यादव के दिवंगत शहाबुद्दीन के बेटे से कोरोना काल में मिलने को लेकर राजद पर निशाना साधा है. लेकिन अन्य पार्टियों ने कोरोना काल में पप्पू यादव द्वारा लोगों की मदद करने को लेकर इस गिरफ्तारी को गलत बताया.