मधेपुरा: पहले राउंड की मॉनसून बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया है. पहली ही बारिश ने सरकार और नगर परिषद के लापरवाही की पोल खोल दी है. एसडीओ कार्यालय परिसर भी झील में तब्दील हो गया है.आम लोगों और कर्मचारियों का कार्यालय आना भी मुश्किल हो गया है.
मॉनसून की पहली बारिश ने खोली व्यवस्था की पोल, SDO कार्यालय परिसर भी झील में तब्दील
पिछले पंद्रह साल से बरसात के मौसम में इसी तरह के हालात नजर आते हैं. लेकिन आज तक अधिकारियों की ओर से जल निकासी के लिए कोई सार्थक पहल नहीं की गयी.
जल-निकासी का सिस्टम पूरी तरह से फेल
एसडीओ कार्यालय की ये स्थिति कोई पहली बार नहीं हुई है. पिछले पंद्रह साल से बरसात के मौसम में इसी तरह के हालात नजर आते हैं. पूरे शहर का पानी यहीं आकर जमा हो जाता है. शहर में जल-निकासी का सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है. एक भी नाला काम नहीं कर रहा है. आज तक अधिकारियों की ओर से जल निकासी की कोई सार्थक पहल नहीं की गयी. जबकि नगर परिषद क्षेत्र में नाला निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये की निकासी होती रही है.
अधिकारी कर रहे लीपापोती
स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदा पानी जमा रहने के कारण हाथ पांव खराब हो रहे हैं. दुकान पर ग्राहक भी नहीं आते हैं. मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि एसडीओ कार्यालय और मुख्य शहर में जमा पानी को जल्द से जल्द हटाने की कवायद शुरु कर दी जाएगी. इसके लिए अलग से मजदूर लगाए जा रहे है. बरसात के बाद पानी निकासी की स्थायी व्यवस्था की जाएगी ताकि जल जमाव की समस्या से निजात मिल सके.