मधेपुरा: जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के सुखासन गांव स्थित राजकीय बुनियादी अभ्यास स्कूल परिसर के बीचों बीच बना खंडहर हादसों को दावत दे रहा है. सौ साल पहले बना भवन की जर्जर दीवारें कभी भी बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है.
चार सौ से अधिक बच्चे डर के साए में खेलने को मजबूर
इस स्कूल में क्लास वन से आठवीं तक कि पढ़ाई होती है. अभी कुल चार सौ से अधिक बच्चे यहां पढ़ रहे हैं. स्कूल की छात्रा भी कहती है कि सभी बच्चे काफी डरे सहमे रहते हैं. इस खंडहर के कारण खुलकर खेल भी नहीं पाते. बहुत छोटे बच्चों की लगातार निगरानी करनी पड़ती है कि कोई खेल-खेल में भी वहां ना चला जाए.
जानकारी के बाद भी विभाग ने नहीं की कोई कार्रवाई
वहीं हेडमास्टर संतोष कुमार ने बताया कि स्थिति की लिखित जानकारी कई बार जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गई है. इसके बावजूद भी अब तक जर्जर भवन की दीवार को न ही तोड़ कर हटाने का आदेश मिला और न ही विभाग ने खुद इसे हटाया है. हर वक्त डर बना रहता है कि कहीं बच्चे उसकी चपेट में ना आ जाए या फिर भवन से निकलने वाला जहरीले सांप या कीड़े उन्हें नुकसान ना पहुंचा दें.
मधेपुरा राजकीय बुनियादी अभ्यास स्कूल की हालत जेडीयू ने जल्द मामले के निष्पादन का दिया भरोसा
मामले में जेडीयू प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल ने ईटीवी की टीम को बधाई देते हुए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात कर फौरन जर्जर भवन की दीवार को हटाने के लिए बात करूंगा. जल्द से जल्द समस्या को सुलझा लिया जाएगा.