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जब 'जहर' ने ली जान तो जागा मधेपुरा प्रशासन, 8 शराब तस्कर गिरफ्तार - ETV Bharat Bihar NEWS

ड्राई स्टेट बिहार (Dry state Bihar) में जहरीली शराब से 41 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. वहीं मधेपुरा में भी 3 लोगों की जहरीली शराब से मौत हो गई और 22 लोग बीमार हैं. हालांकि, प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं की. लेकिन अब शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा जिसमें 8 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...

8 शराब तस्कर गिरफ्तार
8 शराब तस्कर गिरफ्तार

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Published : Mar 22, 2022, 8:05 AM IST

मधेपुरा:बिहार के मधेपुरा जिले में कथित जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत (Bihar hooch tragedy)और 22 लोगों के बीमार पड़ने के बाद प्रशासन की नींद खुली.पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम ने मुरलीगंज थाना इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाकर 8 शराब तस्करों को (Eight Liquor Smugglers Arrested In Madhepura)गिरफ्तार किया. तस्करों के पास से भारी मात्रा में शराब भी बरामद किया गया है. कथित जहरीली शराब से तीन लोगों की मौत के बाद प्रशासन की ये बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.

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मुरलीगंज इलाके से 8 शराब तस्कर गिरफ्तार:कथित जहरीली शराब से 3 लोगों की मौत के बाद उत्पाद विभाग और पुलिस ने मुरलीगंज के विभिन्न इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर 8 तस्करों को शराब के साथ गिरफ्तार किया है. एसपी राजेश कुमार ने बताया कि, मुरलीगंज थाना क्षेत्र के अलग अलग जगहों से गुप्त सूचना के आधार पर आठ शराब तस्कर को देसी और विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया. एसपी ने कहा कि गिरफ्तार शराब तस्कर अभिषेक कुमार, पिंटू चौधरी और गुड्डू चौधरी मुरलीगंज के गोशाला चौक का रहने वाले हैं जबकि विजय मंडल, पांडव कुमार, मन्नू कुमार, ओमप्रकाश कुमार और सूरज कुमार मुरलीगंज के जयरामपुर का रहने वाला है. एसपी ने कहा कि ये अपराधी पहले भी कई शराब तस्कर और अन्य मामले में जेल जा चुके हैं.

मधेपुरा में कथित जहरीली शराब से 3 लोगों की मौत: बता दें कि कथित जहरीली शराब पीने से मुरलीगंज प्रखंड के लोजपा अध्यक्ष नीरज निशात सिंह उर्फ बौआ, परौकी सिंह और संजीव रमानी की मौत हो गई जबकि 22 लोग बीमार हो गए हैं. हालांकि प्रशासन ने जहरीली शराब पीने से मौत की पुष्टि नहीं की. ग्रामीणों ने बताया कि तीनों मृतक के परिजनों को प्रशासन की ओर से डरा धमका दिया गया था कि अगर वो जहरीली शराब से मौत की बात कहेंगे तो उनके ऊपर भी शराब तस्करी का मुकदमा हो जाएगा. इसी डर से तीनों का दाहसंस्कार परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही आनन फानन में देर रात को ही कर दिया था.

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