मधेपुरा : सरकार भले ही चौमुखी विकास के लिए एक से बढ़कर एक योजनाओं में अलग-अलग राशि विभाग को मुहैया कर रही है. लेकिन उनके मुलाजिम ही सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. यही कारण है कि सरकारी कोष की राशि का बंदरबांट हो जाता है और क्षेत्र में समस्याओं के मकर जाल में लोग परेशान रहते हैं. ऐसा ही मामला यहां भी सामने आया है.
सरकारी कोष की राशि का हो जाता है बंदरबांट
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 18 में नये नाले के निर्माण के नाम पर पूर्व सांसद पप्पू यादव के विकास फंड से 9 लाख रुपये की निकासी की गई है, जबकि काम अभी हुआ भी नहीं है. इसका खुलासा तब हुआ, जब योजना स्थल पर चुपचाप तरीके से योजना से संबंधित बोर्ड लगा दिया गया. मोहल्ले के लोगों ने इसलिए विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटाई क्योंकि शिलापट्ट पर पूर्व सांसद पप्पू यादव का नाम था.