लखीसराय: जिला समाहरणालय से 20 किलोमीटर दूर पिपरिया प्रखंड के लाल दियारा स्थित हसनपुर गांव में ग्रामीणों ने मिलकर हरूहर नदी में चचरी पुल का निर्माण किया है. ग्रामीणों के सहयोग से हरूहर नदी में पुल का निर्माण किया गया है. इस चचरी पुल के निर्माण से 12 गांव के लोगों को सुविधा मिलेगी.
इस पुल के निर्माण से हसनपुर ही नहीं, इस गांव से सटे कन्हरपुर, वसोना, पथुहा, कल्याणपुर, लाल दियारा, गांधी टोला, लाल दियारा, तराही, पिपरिया, कड़ाही, मालपुर लक्ष्मीपुर, हरिजन टोला सहित क्षेत्र के 12 से अधिक गांवों के आवागमन का रास्ता खुला है. इन गांवों में कुल मिलाकर जनसंख्या पचास हजार से लेकर साठ हजार तक है. इन लोगों को गांव से शहर की ओर जाने के लिए सड़क मार्ग से 11 से 15 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. यहां के छात्रों को भी पढ़ने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
पुल नहीं होने से ग्रामीणों को होती है परेशानी
बता दें कि पिपरिया प्रखंड को छोड़कर इलाके में कहीं अस्पताल नहीं है. लोगों को अस्पताल जाने के लिए 15 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. साथ ही सड़क मार्ग ठीक नहीं होने के कारण बस या किसी वाहन से शहर जाने के लिए 40 मिनट से अधिक समय लग जाता है. वहीं हसनपुर और आसपास के लोगों के सहयोग से नदी में पुल का निर्माण करने के बाद मात्र 3 किलोमीटर की दूरी ही तय करनी पड़ रही है. इससे लोगों को काफी सुविधा हो रही है.
ग्रामीणों ने बनाया चचरी पुल 12 गांवों के लोगों को मिलेगी सुविधा
ग्रामीणों का कहना है कि पुल के निर्माण को लेकर सरकार और जिला पदाधिकारी को कई बार पत्र लिखा गया. लेकिन इसपर कभी अमल नहीं किया गया. कई ग्रामीणों का कहना है कि किसी महिला के प्रसव की स्थिति में काफी परेशानी होती थी. शहर की ओर जाने के लिए लगभग 12 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था. वहीं इस चचरी पुल के निर्माण के बाद मात्र 3 किलोमीटर का सफर तय कर लोग शहर पहुंच जाते हैं. लोगों का कहना है कि इस चचरी पुल के निर्माण से 12 गांव के लोगों को सुविधा मिलेगी.