महंगाई की मार: आसमान छू रहे सब्जियों के दाम, आम लोगों की थाली का बिगाड़ा जायका
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दाम ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. पेट्रोलियम पदार्थ के दाम बढ़ने का असर सब्जियों पर भी पड़ा है. हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए (Prices of Vegetables Increased) हैं, जिससे होने का असर सीधा-सीधा आम लोगों की जेब पर पड़ रहा है. पढ़ें पूरी खबर..
हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए
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Published : Apr 17, 2022, 4:31 PM IST
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Updated : Apr 17, 2022, 7:58 PM IST
लखीसराय:पेट्रोल, डीजल और घरेलू रसोई गैस (Petrol Diesel Price Hike) की कीमतों में केंद्र सरकार के द्वारा बढ़ोतरी करने से ईंधन और खाने पीने का सामान महंगा हो गया है, जिससे खुदरा महंगाई दर में भी काफी वृद्धि हुई है. पेट्रोलियम पदार्थ के दामों में बढ़ोतरी का असर माल ढुलाई पर पड़ रहा है. जिससे खाद्यान्न और भवन निर्माण सहित अन्य सामग्री की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो रही है. रसोई गैस की कीमतों में लगातार वृद्धि से गृहणियां भी परेशान हैं.
महंगाई का हरी सब्जियों पर असर: वहीं, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का असर अब हरी सब्जियों (Vegetable prices increased in Lakhisarai) पर भी दिखने लगा है. हरी सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जिससे आम लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. सब्जी के आसमान छूते दाम के चलते लोगों की थाली का जायका बिगड़ गया है. बिहार की कई सब्जी मंडियों में हर सब्जी महंगी मिल रही है. पटना की मीठापुर सब्जी मंडी हो या अंटाघाट या फिर राजेंद्रनगर और मुस्सलहपुर हाट सब्जी मंडी तमाम जगह सब्जियों के दाम में आग लगी हुई है. भिंडी, परवल, करेला, कद्दू, टमाटर, कटहल, खीरा, नींबू सभी के दाम लोगों को रुला रहे हैं.
आसमान छू रहे सब्जियों के दाम:बिहार के लखीसराय जिले में भी इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जबकि यहां की सब्जियां बिहार में सबसे सस्ती हुआ करती थी. लोगों की थाली से सब्जियां गायब हो गई है. लोगों के साथ-साथ किसान भी काफी परेशान हैं. कई सब्जी मंडियों में सब्जियों के दाम इस प्रकार है:
सब्जी
अब
पहले
परवल
₹60/किलो
₹30/किलो
भिंडी
₹50/किलो
₹10/किलो
परोल
₹50/किलो
₹10/किलो
आलू
₹25/किलो
₹12/किलो
साग
₹10/किलो
₹02/किलो
झींगा
₹40/किलो
₹10/किलो
कद्दू
₹5/10 पीस
₹30/पीस
दोगुने हुए हरी सब्जियों में दाम: इस तरह सभी सब्जियों में दाम दोगुनी चल रही है, जबकि लोगों का कहना है कि सब्जियों के दाम ऊंचा होने की वजह से खाने में मात्र 1 या 2 ही सब्जियां ही मात्र खाया जाता है. ऊपर से लॉकडाउन में जो परेशानियां हुई थी, उससे भी लोग चिंतित होकर धीरे-धीरे लोग निराश है. किसानों के द्वारा जो फसल होती थी, वर्तमान स्थिति में हुआ नहीं हो पा रही जिसकी वजह से सब्जियों के दाम काफी ऊंची है. लोगों की परेशानी बढ़ गई. लखीसराय जिले में लोकल सब्जियों के दाम सालों से अन्य शहरों से कम हुआ करती थी. लेकिन आज की तारीख में लखीसराय में सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं, जो काफी महंगा है. जिसकी वजह से लोगों की थाली से सब्जियां गायब हो गई हैं.
सब्जियों के बढ़ते दाम पर स्थानीय ओम प्रकाश का कहना है कि सब्जियों के दाम अधिक होने की वजह से लोग कम सब्जियों का उपयोग कर रहे हैं. दाम इतना हो गया है कि खरीदना मुश्किल हो रहा है, जहां ₹100 में 1 थैला सब्जियां हो जाया करती थी जो कि चार-पांच दिन आराम से चलती थी. सब्जियों के दाम अधिक होने की वजह से कम खरीदना पड़ रहा है. कोई भी सब्जी ₹30 से ₹50 से नीचे नहीं है. जबकि किसान स्नेह का कहना है कि खेतों में सब्जियां लगाई गई हैं, लेकिन पानी की किल्लत की वजह से सब्जियां कम हो रही हैं.
वहीं, स्थानीय यमुना पंडित का कहना है कि सब्जियों के दाम बढ़ने से परेशानी हो रही है. जबकि ग्रामीण रविंदर राम ने बताया कि सब्जी के दाम ऊंची होने की वजह से थाली से भी सब्जियां घट गई हैं. महंगाई के कारण सब्जी खरीदना बड़ा ही मुश्किल हो रहा है. जबकि किसान अनिल कुमार ने बताया कि वर्षा हो जाती है तो सब्जियों के दाम घट जाएंगे, लोग खुशहाल हो जाएंगे. किसानों की भी आमदनी बढ़ जाएगी, किसानों की आमदनी अभी कम है, जिसके वजह से फसल निभाना बड़ा ही मुश्किल हो रहा है.
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