लखीसराय: तीन दिन पूर्व उत्पाद अधीक्षक शैलेंद्र कुमार चौधरी के आदेश पर उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर प्रकाश कुमार ने श्री किशुन पंचायत में शराब माफियों के खिलाफ छापेमारी की थी. बता दें कि सब इंस्पेक्टर ने यह छापेमारी कजरा थाना की टीम की मदद से की थी. जिसका विरोध गांव की महिलाओं के माध्यम से किया गया था. महिला के इस रवैया से प्रशसान हरकत में आ गया है.
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महिलाओं ने की थी रोजगार की मांग
छापेमारी के दौरान गांव की महिलाओं ने शराब नष्ट करने का मुआवजा और शराब बंद करने के एवज में बड़े रोजगार की मांग की थी. महिलाओं ने सभी पुलिसकर्मियों खदेड़कर दिया था. इस बात की सूचना जिला प्रशासन को लगी तो लोग हरकत में आ गए.
तैयार की गई थी सूची
उत्पाद विभाग के माध्यम से सतत जीविका योजना से आच्छादित गिरफ्तार किए गए देसी शराब, ताड़ी का उत्पादन और बिक्री में संलिप्त अत्यंत निर्धन और अनुसूचित जनजाति, अन्य समुदाय व्यक्तियों की सूची तैयार की गई थी. पिछले जनवरी 2021 में ही कुल 80 लोगों को सुविधा प्रदान करने को लेकर जीविका दीदी कार्यालय को पत्र लिखा गया था. लेकिन अब तक जीविका कार्यालय के माध्यम से सूचीबद्ध व्यक्तियों में एक भी लोगों को यह लाभ योजना का फायदा नहीं दिला पाया. ऐसे में लोग शराब बनाना या छोड़ना मुनासिब नहीं समझते. क्योंकि रोजगार का कोई अवसर नहीं मिल पा रहा है.
लखीसराय के 7 प्रखंडों के अंतर्गत विभिन्न गांव में बिहार में शराबबंदी के बाद अभियान चलाया गया. कई लोगों पर मामला दर्ज करते हुए शराब भी बरामद किया गया है. कई बार एक ही आदमी पर शराब बेचने के जुल्म में एफआईआर अनेक बार दर्ज की गई है.- शैलेंद्र कुमार चौधरी, अधीक्षक, उत्पाद विभाग