किशनगंज:कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए लॉकडाउन लागू है. ऐसे में परिवहन के सभी साधन बंद पड़े हैं. लगभग दो महीने होने को हैं, लेकिन अभी भी सामान्य ट्रेनों के परिचालन पर ब्रेक लगा हुआ है. लॉकडाउन में मालवाहक गाड़ी और श्रमिक स्पेशल ट्रेन ही स्पेशल परमिशन के साथ चल रहे हैं. ऐसे में यात्री ट्रेन बंद हो जाने से कुलियों के सामने भूखे सोने की नौबत आ गई है.
किशनगंज में कुलियों पर लॉकडाउन की मार, दाने-दाने को मोहताज, लगाई सरकार से गुहार
किशनगंज रेलवे स्टेशन पर कुल 35 कुली है. इन कुलियों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. किशनगंज नार्थ इंडिया को देश से जोड़ने का एक मात्र रास्ता है. लॉकडाउन में भी माल गाड़ी का इस स्टेशन पर ठहराव नहीं है.
यात्री ट्रेन का परिचालन ठप होने से कुलियों का रोजगार छिन गया है. हालात ऐसे हो गए हैं कि अब कुलियों के पास खाने के लिए पैसे तक नहीं है, ना ही रेल विभाग की तरफ से उन्हें कोई मदद पहुंचाई जा रही है. ईटीवी भारत से बातचीत में किशनगंज स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों ने अपना दुखड़ा सुनाया. कुलियों का कहना है कि परिचालन ठप होने से उनके पास कोई दूसरा काम नहीं है. अब तो खाने के भी लाले पड़े हैं, लेकिन रेलवे कोई मदद नहीं कर रहा है.
उधार मांग कर खाना खा रहे कुली
कुलियों ने बताया कि किशनगंज स्टेशन पर 35 कुली काम करते हैं. जिसमे से सिर्फ 7 कुली किशनगंज में है बाकि सभी किसी भी तरह से अपने-अपने घर को चले गए. जो कुली यहां रह गए वो किसी तरह गुजारा कर रहे हैं. पेट भरने के लिए दुकानदारों से उधार मांगना पड़ रहा है. कुलियों ने सरकार से मांग की है की उन्हें रेलवे में ही काम दिया जाए. ताकि उनके सामने भूखे रहने की नौबत न आये.