किशनगंज: जिले में आस्था के महापर्व चैती छठ के मौके पर भी जिला प्रशासन ने छठ घाटों में सफाई का काम नहीं करवाया है. ऐसे मे छठ व्रती नदी में मौजूद गंदे पानी में पूजा करने को मजबूर हैं. नाली के पानी पर छठ मनाने को मजबूर हैं.
बिहार में लोक आस्था का पर्व चैती छठ लोग बड़ी श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. लेकिन किशनगंज जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों के इस आस्था के पर्व पर ग्रहण लग गया है.
नदी का गंदा पानी और पूजा करते लोग यहां नजर आता है नाली का पानी
जिले से गुजरने वाली रमजान नदी प्रशासनिक लापरवाही के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी है. वहीं, इस नदी में अब सिर्फ और सिर्फ नाले का पानी नजर आता है. विडंबना देखिए इस महत्वपूर्ण पर्व को मनाने के लिए श्रद्धालुओं को इसी नाली के पानी का ही आश्रा लेना पड़ रहा है.
जहरीले पानी पर पर्व
नगरपरिषद ने नदी में किसी तरह की कोई भी साफ सफाई नहीं की है. वहीं, इस जहरीला हो चुका नदी के पानी में लोग मजबूरन पूजा कर रहे हैं. सवाल यहां यही उठता है कि लोगों को अगर इस पानी से इंफेक्शन होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.