खगड़ियाः राज्य में इन दिनों शिक्षकों की हड़ताल काफी चर्चा में है. ऐसे में इंटर परीक्षा मूल्यांकन को लेकर शिक्षक संघ और शिक्षा विभाग आमने सामने है. शिक्षक संघ अपनी मांग पर अड़े है. तो वहीं, शिक्षा विभाग भी कार्रवाई करने के लिए कमर कस रहा है. शिक्षक एक तरफ धरने पर बैठे है तो दूसरी तरफ 202 माध्यमिक शिक्षकों से मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं करने को लेकर उनसे स्पस्टीकरण पूछा गया है.
मूल्यांकन केंद्र पर योगदान नहीं देने वाले 202 शिक्षकों को शोकॉज नोटिस, जवाब नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई
17 फरवरी से राज्य के नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के बाद 25 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक संघ भी हड़ताल है. नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन सहित कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन हड़ताल पर हैं.
'मूल्यांकन नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई'
वहीं, केंद्र पर मूल्यांकन कर रहे 2 शिक्षकों के खिलाफ बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने निंदा प्रस्ताव पारित किया है. ये दोनों शिक्षक दो मूल्यांकन केंद्रों पर मूल्यांकन का काम कर रहे थे. वहीं, जिला अधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि अगर शिक्षक स्पस्टीकरण के बाद भी योगदान नहीं देते हैं, तो उनपर प्राथमिकी दर्ज कर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
17 फरवरी से हड़ताल पर है नियोजित शिक्षक
बता दें कि 17 फरवरी से राज्य के नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के बाद 25 फरवरी से माध्यमिक शिक्षक संघ भी हड़ताल है. नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन सहित कई मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन हड़ताल पर हैं.