खगड़ियाः जिले में कोई भी विभाग एसा नहीं है जो अपने कर्तव्यों को निष्ठा से निभाता होगा. आए दिन कोई न कोई ऐसी खबर आती रहती है जो खगड़िया प्रशासन पर सवाल खड़े कर देते हैं. शिक्षा व्यवस्था हो या स्वास्थ्य विभाग किसी भी विभाग में आपको उदासिनता ही देखने को मिलेगी.
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए शासन स्तर पर कई योजनाएं चलाई जा रहीं हैं लेकिन डॉक्टरों, दवाओं और सुविधाओं की कमी के चलते शासकीय अस्पतालों में मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीण बताते हैं कि यहां एक ऐसे डॉक्टर की नियुक्ति है जिनको सप्ताह में तीन दिन आना होता है और एक एनएम है जिनको रोज आना होता है. लेकिन डॉक्टर तो छोड़िए एनएम तक यहां नहीं आते.