कटिहार: राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम नेएमपी फंडसे इलाके में होने वाले विकास कार्य मे उपयोगिता प्रमाणपत्र में प्रशासनिक लेटलतीफी पर सवाल उठाया है. और प्रशासन से रिपोर्ट की मांग की है.
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'जनप्रतिनिधियों के फंड से होने वाले निर्माण कार्यों के उपयोगिता प्रमाणपत्र जल्द से जल्द भेजे जायें ताकि विकास के अगले कार्यों का अनुमोदन किया जा सके.यदि समय पर विकास हो तो इलाके के पिछड़ेपन को दूर किया जा सकता है.'- अहमद अशफाक करीम, राज्यसभा सदस्य
'पिछड़ेपन की समस्या हो सकती है दूर'
'पिछड़ेपन की समस्या हो सकती है दूर' कटिहार के अफसर कॉलोनी में एक कार्यक्रम में शिरकत के बाद ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए राज्यसभा सदस्य अहमद अशफाक करीम ने बताया कि जो भी विकास कार्य हो चाहे वह विधायक की ओर से हो या सांसद की तरफ से, उसे जल्द से जल्द कंप्लीट होना चाहिये. उसका प्रमाणपत्र सही समय से जाना चाहिये. तभी पिछड़ेपन की समस्या दूर हो सकेगी. 'कमीशन नहीं, काम मे विश्वास'
आरजेडी नेता और सांसद अहमद अशफाक करीम ने बताया कि जब भी जरूरत पड़ी उन्होंने सांसद निधि का पैसा सामाजिक सरोकारों और जनकल्याण में दिया है. उन्होंने कोविड - 19 से सीमांचल के चारों जिले कटिहार , पूर्णिया , अररिया और किशनगंज को 50 - 50 लाख रुपये प्रदान किये. जबकि पैतृक जिला वैशाली को भी पचास लाख रुपये जारी किये. सांसद का मानना है कि कमीशन नहीं बल्कि काम में विश्वास होना चाहिए.