कटिहार: शहर में लोग जानबूझ कर जान जोखिम में डाल कर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं. गौशाला चौक और शरीफगंज मोहल्ले के लोग मुख्य बाजार पहुंचने के लिए शॉर्टकट रास्ता अपना रहे हैं. इस शॉर्टकट रास्ते से मुख्य बाजार की दूरी महज 2 किलोमीटर रह जाती है. हालांकि शॉर्टकट रास्ता अपनाने के लिए लोग अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.
जान जोखिम में डालकर रेल ट्रैक पार करते राहगीर गौरतलब है कि मनिहारी रेलखंड पर जुट मिल के समीप रेलवे लाइन से लगभग 30 हजार लोग प्रतिदिन क्रॉस कर शहर पहुंचते हैं. रेलवे ट्रैक के पास न तो कोई रेल गुमटी है और ना ही कोई अंडरपास. जिसके कारण लोग जान जोखिम में डाल कर रेलवे ट्रैक को पार करने पर मजबूर हैं. इस तरह पार करने पर जान को खतरा भी रहता है, बावजूद लोग मजबूरी में आवागमन कर रहे हैं.
रेल अधिकारियों से लगा चुके हैं गुहार
राहगीर बताते हैं कि यह रास्ता शहर के मुख्य बाजार को जोड़ता है. इस रास्ते से मुख्य बाजार की दूरी भी कम हो जाती है. वहीं, दूसरी तरफ से जाने पर लगभग 6-8 किमी की दूरी पड़ती है. वहीं इस रास्ते से मुख्य बाजार की दूरी महज 2 किमी है. राहगीर ने बताया कि स्थानीय लोग रेलवे से पूल निर्माण की मांग कर चुके हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस संबंध में रेल अधिकारी का ध्यान आकर्षित कर चुके हैं. बावजूद इसके पुल निर्माण नहीं हो सका. मजबूरी में लोग जान जोखिम में डाल कर बाजार पहुंच रहे हैं.
कॉलेज और मुख्य बाजार पहुंचते हैं राहगीर
वहीं दूसरे राहगीर भोला प्रसाद महतो ने बताया कि मुख्य बाजार पहुंचने के लिए यह शॉर्टकट रास्ता है. इसी रास्ते में शहर के सभी कॉलेज भी हैं. लिहाजा हजारों की संख्या में राहगीर इस रास्ते से गुजरते हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे की दोहरी नीति के कारण यहां पर फ्लाईओवर या अंडरपास नहीं बना.