कटिहार: जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. कदवा-कटिहार मुख्य मार्ग पर तीन से चार फीट पानी चढ़ जाने के कारण इस इलाके का पूरे जिले से सड़क सम्पर्क टूट सकता है.
बाढ़ ने बढ़ाई लोगों की मुश्किलें, श्रमदान से कर रहे सड़क का बचाव
सड़क कटकर बहने की आशंका से स्थानीय लोगों ने श्रमदान कर इसका बचाव करने की कोशिश की है, इसके लिए उन्होंने रेत की सैंकड़ों बोरियां सड़क के किनारे पर डाली.
सड़कों को नुकसान
नेपाल से आई 'जल आफत' तबाही मचा रही है. कदवा, बलरामपुर, आजमनगर और बारसोई जैसे इलाकों में बाढ़ का कहर है. कदवा प्रखंड में 48 किलोमीटर सड़क को काफी नुकसान पहुंचा है.
स्थानीय लोगों ने किया बचाव
सड़क कटकर बहने की आशंका से स्थानीय लोगों ने श्रमदान कर इसका बचाव करने की कोशिश की है, इसके लिए उन्होंने रेत की सैंकड़ों बोरियां सड़क के किनारे पर डाली. ग्रामीणों का कहना है कि रेत भरे बोरे डालने से फ्लो कम होगा. सड़क संपर्क टूटने की संभावना कम होगी और आवागमन जारी रहेगा.