कटिहार: देश भर में लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन सूबे के कुछ इलाकों में ये मिशन दम तोड़ रहा है. इनमें कटिहार का बस स्टैंड भी शामिल है.
कटिहार नवनिर्मिति बस अड्डा डंपिंग यार्ड बना बस अड्डा
बस अड्डा कचरे का डंपिंग यार्ड बन गया है. कचरे से निकलने वाली बदबू से आसपास के लोग काफी परेशान हैं. कई लोग बीमार भी हो चुके हैं. यहां की समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री तक को सूचना दी गई लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकाला गया.
आपको बता दें कि यहां से महज 300 मीटर की दूरी पर बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह का घर है. अब लोगों ने चुनावी वर्ष में वोट बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है.
CM ने किया था उद्घाटन
2016 में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कटिहार के उदामा रेखा गांव में एक बस स्टैंड का निर्माण कराया था और उसका उद्घाटन भी खुद किया था. इसका उद्देश्य था कि शहर वासियों को जाम से निजात दिलाई जा सके. लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी इस नवनिर्मित बस स्टैंड से एक भी बस का परिचालन शुरू नहीं हुआ है. नतीजा यह है कि बस स्टैंड का परिसर कचरे का डंपिंग यार्ड बन गया है और पूरे नगर निगम व शहरी क्षेत्र का कचरा यहीं पर गिराया जाता है.
1960 से फेंका जा रहा कचरा
बस स्टैंड के आसपास दर्जनों गांव बसे हुए हैं, लेकिन नगर निगम और शहरी क्षेत्रों का कचरा डंप किए जाने से गांव के लोग काफी परेशान हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो 1960 से ही यहां कचरा फेंका जा रहा है. बताया जाता है बस स्टैंड से महज 300 मीटर की दूरी पर बिहार सरकार के पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह का घर है, लेकिन किसी ने गांव वालों की सुध नहीं ली. कई बार सड़क जाम और आंदोलन का भी कोई नतीजा नहीं निकला.
सड़े हुए पानी से आती फैलती है बीमारी कोरोना से भयभीत हैं लोग
लोग पहले से ही कोरोना से भयभीत हैं और साफ-सफाई का खास ख्याल रखना जरूरी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशासन की ओर से सिर्फ आश्वासन से काम चलाया जाता रहा है और समस्या आज भी जस की तस है. इसलिए इस साल हो रहे विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का मन बना रहे हैं.
क्या कहता है नगर निगम
वहीं, पूरे मामले में कटिहार नगर निगम के आयुक्त मिनेंदर कुमार बताते हैं कि 1960 से ही बस स्टैंड का इलाका लैंडफिल साइट है और यहां सालों से कचरा डंप किया जा रहा है. अब आसपास इलाके में लोग बस गए हैं तो नगर निगम कचरे को मिट्टी से ढक देता है ताकि बदबू से लोग परेशान न हों. उन्होंने बताया कि अब पहले की तरह बदबू नहीं आती है क्योंकि डंप करने के बाद मिट्टी से पूरी तरह ड्रेसिंग कर दी जाती है.