कटिहार: जिले में एक पिता अपनी बेटी के गुनाहगारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए न्याय की गुहार लगा रहा है. पीड़ित पिता थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर का चक्कर लगा चुका है. लेकिन आरोपी अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर है.
बताया जाता है कि गांव के दो युवकों ने पीड़िता को बहला-फुसलाकर मानव तस्करों के हाथों सौंप दिया था. लेकिन एक साल बाद किसी तरह पीड़िता कालगृह से भाग कर कटिहार पहुंची. जिसके बाद उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी और आरोपी को सजा दिलाने की मांग की.
न्याय की गुहार लगा रहा पीड़ित पिता गांव के दो युवक बेटी को लेकर हुए थे फरार
पीड़ित लड़की के पिता बताते हैं कि वो किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर परिवार की जिन्दगी गुजर-बसर करते हैं. बीते साल अक्टूबर 2018 में जब वह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे, तब गांव के दो युवक उनकी बेटी को लेकर फरार हो गए. जिसके बाद पिता ने रिश्तेदारों के यहां अपनी बेटी की खोजबीन की. जब कोई जानकारी नहीं मिली तो थक-हार कर उन्होंने स्थानीय थाना में पीड़िता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.
नशे का दिया जाता था इंजेक्शन
एक साल गुजर गया, लेकिन पुलिस पीड़िता का सुराग लगाने में नाकामयाब रही और यह मामला धीरे-धीरे ठण्डे बस्ते में चला गया. इधर बीते पन्द्रह अगस्त को पीड़िता अचानक खुद कटिहार पहुंच गई और पुलिस के पास पहुंच कर अपनी आपबीती बताई. जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को स्थानीय अदालत में धारा 164 के तहत इकबालिया बयान कलमबंद करवाया. पीड़िता ने बताया कि उसे गांव के ही दो युवक बहला-फुसलाकर कटिहार ले गये थे. जहां उसके हाथ-पैर बांधकर बेहोश कर ऐसी जगह ले जाया गया, जो उसे याद नहीं है. वहां उसे करीब एक साल तक बंधक बना कर रखा गया. वह इलाका जंगलनुमा था और वहां कुछ और लड़कियां भी थीं, जिन्हें बेहोश कर या नशे का इंजेक्शन देकर शारीरिक शोषण किया जाता था.
अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है आरोपी
इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने बीते 26 अगस्त को प्रमुखता से दिखाई थी. तब पुलिस ने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन अब तक एक भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. इस बाबत कटिहार पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. अब देखने वाली बात यह होगी कि आरोपी कब तक कानून के हत्थे चढ़ता है.