कटिहार:जिले के सेमापुर इलाके में किसान अपने केले के खेतों को उजाड़ रहे हैं. चूंकि कुछ साल से इलाके की सड़कें खराब हैं, इसलिए किसान खेतों में जो भी केला उपजा रहे हैं, उसे खरीदने कोई व्यापारी नहीं आता है. जिसके कारण उन्हें लागत का पैसा भी नहीं मिल पाता है.
कटिहार: जर्जर सड़कें बनी किसानों की समस्या का सबब, सरकार से लगा रहे गुहार
विगत 7-8 सालों में केले की खेती के लिए पूरे सीमांचल को एक नया उभरता हब के रूप में देखा जाने लगा था. इसके अलावा किसानों की माली हालत भी सुधर रही थी. लेकिन जर्जर सड़कों ने उनकी स्थिति फिर से बदतर कर दी है. ऐसे में वे सड़कों की मरम्मती के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
'समस्या है जस की तस'
एक किसान ने बताया कि कभी उनके इलाके में केले की खेती मुनाफे का सौदा हुआ करती थी. लेकिन अब आलम ये है कि लोग इससे तौबा कर रहे हैं. वहीं, किसान अनंत भारती बताते हैं कि खराब सड़कों के कारण किसानों को बहुत परेशानी हो रही है. वे कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों के पास इसको लेकर फरियाद कर चुके हैं. लेकिन नतीजा अभी तक कुछ नहीं निकल सका है. समस्या जस की तस है.
किसान लगा रहे सरकार से गुहार
बाढ़ और कटाव जैसी प्राकृतिक आपदा से पीड़ित जिले के किसानों ने धान और गेहूं जैसी परंपरागत खेती को छोड़ केले की खेती करने की ठानी थी. जिससे विगत 7-8 सालों में केले की खेती के लिए पूरे सीमांचल को एक नया उभरता हब के रूप में देखा जाने लगा था. इसके अलावा किसानों की माली हालत भी सुधर रही थी. लेकिन जर्जर सड़कों ने उनकी स्थिति फिर से बदतर कर दी है. ऐसे में वे सड़कों की मरम्मती के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.