कैमूर (भभुआ):कहते हैं अगर दृढ़ इच्छा शक्ति से लक्ष्य बनाकर ठान ले और उसके लिए कड़ी मेहनत करें, तो उसे सफलता एक दिन जरूर कदम चूमती है. इसी वाक्य को अपने जीवन में उतारकर मेहनत से कैमूर के लाल धीरज कुमार सिंह (Software Developer Dheeraj Kumar Singh) ने सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन में चयनित होकर बड़ा मुकाम हासिल किया है.
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बेटे की नौकरी से परिवार में खुशी: अमेजन में साफ्टवेयर डेवलपर के रूप चयनित धीरज कुमार सिंह कैमूर जिले के रामपुर प्रखंड के सबार गांव के निवासी हैं. उनके पिता का नाम राधेश्याम सिंह है, जो बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. पिता बताते है कि अपने छोटे बेटे धीरज की सबसे बड़ी ऑनलाइन शापिंग कंपनी में चयनित होने के बाद से घर में सब लोग खुश हैं.
"धीरज का चयन सबसे बड़ी ऑनलाइन शापिंग कंपनी में चयनित होने के बाद से घर में सब लोग खुश हैं. मेरे बेटे को अमेजन द्वारा जॉब के लिए 45 लाख रुपए सालाना पैकेज मिलेगा. बेटा अभी बिहार के भागलपुर के साबौर के ट्रिपल आईटी कॉलेज से इलेक्ट्रोनिक एवं कम्यूनिकेशन से बीटेक कर रहा है, उस कॉलेज में प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के दौरान ही चयन हुआ है. बचपन से पढ़ाई में तेज स्टूडेंट था, कुछ नया करने की चाह रखता था."-राधेश्याम सिंह, सब इंस्पेक्टर, बिहार पुलिस
सॉफ्टवेयर डेवलपर धीरज कुमार सिंह के पिता सब इंस्पेक्ट राधेश्याम सिंह ऑनलाइन परीक्षा और इंटरव्यू के बाद हुआ चयन:धीरज कुमार सिंह ने बताया कि वह भागलपुर के साबौर के ट्रिपल आईटी कॉलेज से इलेक्ट्रोनिक एंड कम्यूनिकेशन में बीटेक से कर रहे हैं. 2023 में बीटेक कंपीट होने वाला है. इस दौरान ही अमेजन द्वारा प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के दौरान उनका चयन हुआ है. इस चयन के लिए कॉलेज के 60 स्टूडेंट्स द्वारा ऑनलाइन परीक्षा दी गई, जिसमें से 15 स्टूडेंट्स का चयन हुआ. इसके बाद इंटरव्यू भी अमेजन कम्पनी के पदाधिकारियों द्वारा ऑनलाइन तरीके से ली गई. जिसमें 7 स्टूडेंट्स का चयन हुआ. जिसमें वो भी चयनित हुआ.
IAS बनने का सपना: मेरा चयन साफ्टवेयर डेवलपर के रूप में हुआ है. जिसका जनवरी माह से ट्रेनिंग शुरू होगा. इस ट्रेनिंग के दौरान 80 हजार रुपए महीना मिलेगा. इसके बाद 45 लाख रुपए सालाना पैकेज होगा. अमेजन में चयन होने के बाद मैं काफी खुश हूं. इस सफलता का श्रेय माता-पिता, भाई-बहन, परिवार वाले, दोस्तों, गुरुजनों को जाता है.
"मैंने बचपन की पढ़ाई अपने गांव से की है. उसके बाद इलेक्ट्रोनिक एंड कम्यूनिकेशन से बीटेक में एडमिशन 2019 में भागलपुर के साबौर में लिया. तीन साल की पढ़ाई पूरी होने के बाद प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के ऑनलाइन परीक्षा और इंटरव्यू के बाद चयन हुआ. अमेजन में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में 45 लाख सालाना पैकेज के तौर पर चयन होने के बाद मेरा आईएएस अधिकारी बनने का सपना है. बीटेक फाइनल होने के बाद यूपीए और बीपीएससी का परीक्षा दूंगा. यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने के सपने को साकार करने का प्रयास में लग गया हूं."-धीरज कुमार सिंह, सॉफ्टवेयर डेवलपर
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