कैमूर: भभुआ रोड स्टेशन पर आरा मां मुंडेश्वरी रेलवे लाइन का शिलान्यास तो 10 साल पहले ही कर दिया गया था. लेकिन आज 10 साल बाद यह योजना पूरी नहीं हो पाई. 14 दिसंबर 2008 को उस वक्त रेलमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव ने तत्कालीन सांसद मीरा कुमार और कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में इस योजना का शिलान्यास किया था.
शिलान्यास के समय 122 किमी लंबी इस परियोजना की लागत लगभग 490 करोड़ थी. इसकी नींव रखे जाने के 2 साल बाद योजना की शुरूआत भी की गई. लेकिन तीसरे साल में यह पूरी तरह ठप्प पड़ गई और दोबारा शुरू ही नहीं हुई.
सरकारें बदलीं, तस्वीर नहीं बदली
शिलान्यास के एक साल बाद मीरा कुमार के लोकसभा स्पीकर बनने के बाद यह उम्मीद जगी थी कि योजना पूरी कर ली जाएगी. 2010 में सर्वेक्षण भी किया गया, लेकिन यह परियोजना आज 10 साल बाद भी ठंडे बस्ते में पड़ी है. एक प्रेस वार्ता में मीरा कुमार ने कहा कि इस योजना के शिलान्यास के बाद वे लगातार इस पर सम्पर्क में थी. इस दौरान कुछ दिक्कतों के चलते इस पर काम पूरा नहीं हो सका. इसके बाद सरकारें बदलती रही लेकिन तस्वीर नहीं.
10 साल बाद भी नहीं बनी रेल लाइन आरा मां मुंडेश्वरी रेल लाइन परियोजना पर्यटक के दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. इस परियोजना से देश के प्राचीनतम मां मुंडेश्वरी धाम को रेल मार्ग से जोड़ा जाना था. इस परियोजना के लिए वितीय वर्ष 2017-18 में राशि उपलब्ध कराने की बात भी कही गई थी. वहीं, 2013 तक इस परियोजना के पूरे होने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन ऐसा नही हो सका.