कैमूर: जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में रविवार को मां काली की पूजा पूरे धूमधाम से की गई. स्थानीय लोगों में इस पूजा का विशेष महत्व है. पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की बलि नहीं दी जाती है. हर दूसरे साल होने वाली इस पूजा में स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जुटती है.
कैमूर: पारंपरिक तरीके से मनाई गई काली पूजा - kali puja in kaimur
चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में पारंपरिक तरीके से काली पूजा मनाई गई. पूजा से पहले पूरे गांव की परिक्रमा की गया. पूजा के दौरान भेंड़ और बकरे की रक्त विहीन बलि दी गई.
पूजा के दौरान ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरा प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय में बना रहा. लोग आस्थावान होकर मां की भक्ति में जुटे रहे. मां काली की पूजा में सम्मिलित होने के लिए कई परिवारों के रिश्तेदार भी पहुंचे थे. कोरोना को देखते हुए सभी लोग मास्क लगाए हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कर रहे थे.
रक्त विहीन बलि की परंपरा
इस में पूजा में ग्रामीण पांच बार पूरे गांव की परिक्रमा करते हैं. परिक्रमा के बाद सभी काली मंदिर पर जुटते हैं और विधिवत मां काली की पूजा करते हैं. पूजा के दौरान भेंड़ और बकरे की रक्त विहीन बलि दी जाती है.