कैमूर: बिहार राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा कैमूर में खादी मेला का आयोजन(Khadi mela In Kaimur) किया गया है. जिसका उद्घाटन उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ (Industry Minister Sameer Kumar Mahaseth) ने किया है. इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि खादी हमारा स्वाभिमान का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी ने जब स्वदेसी का आंदोलन चलाया था. उस समय घर-घर में चरखा चलाने का काम हुआ था. कई जगहों पर कुटीर उद्योग प्रारंभ किए गए थे. जिससे लोगों की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई. कई लोग चरखा और खादी से खुद स्वावलंबी बने थे. जिसके बल पर आज हमलोगों का देश आजाद हुआ.
दरभंगाः DM ने राष्ट्रीय व्यापार मेला का किया उद्घाटन, लगाए गए हैं 9 राज्यों के स्टॉल
कैमूर में खादी मेले का आयोजन:बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने स्थानीय लोगों को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के हर युवाओं को रोजगार देने के लिए संकल्पित है. इसके लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत सरकार ने सात हजार आठ सौ नए उद्यमियों को दस-दस लाख रुपए की सहायता देने के लिए चयनित किया है. इससे पहले करीब 15 हजार लोगों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत चार-चार लाख रुपए की राशि की पहली किस्त दी गई है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने प्रथम किस्त का उपयोग कर लिया है. उन्हें दूसरा किस्त भी दिया गया है. यहीं नहीं जिन लोगों ने दूसरे किस्त की उपयोगिता का प्रमाण पत्र जमा किया है. उन लोगों को तीसरा किस्त भी दे दिया गया है.
उद्योग लगाने के लिए पैसे मिले: मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत पिछले 4 महीनों में एक हजार से अधिक नए उद्योग खोले गए हैं. जबकि नए वर्ष से कुल 14000 उद्योग लगाए जाने की प्रक्रिया में सरकार जुट गई है. हर उद्योग में 5 से 10 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. सरकार यहीं चाहती है कि बिहार के युवा यहीं रहकर काम करें. उसके साथ ही यहीं उद्योग लगाएं और अपने गांव समाज के दूसरे लोगों को भी रोजगार दें ताकि उद्योग विभाग की हर योजना का लक्ष्य तेजी से आगे बढ़ें. उनका सबसे ज्यादा जोर इस बात पर था कि जितना ज्यादा से ज्यादा नए उद्योग स्थापित किए जाए. मंत्री ने कहा कि खादी और हैंडलूम मेला लगाकर मार्केटिंग का अवसर प्रदान किया जाएगा. इसके अलावा खादी मॉल के माध्यम से मार्केटिंग की जाएगी. उन्होंने युवा उद्यमियों से कहा कि उद्योग लगाने के लिए ऋण को खैरात नहीं समझे. उन्होंने बताया कि सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता का उपयोग नए उद्योगों की स्थापना और पुराने उद्योगों के विस्तार के लिए करें.