कैमूर :यूपी-बिहार के कर्मनाशा बॉर्डर पर ड्यूटी से गायब बाल संरक्षण पदाधिकारी संतोष कुमार चौधरी पर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के आदेश पर दुर्गावति सीओ ने आपदा प्रबंधन अधिनियम-205 की धारा 56 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. डीएम के सख्त कार्रवाई के बाद जिला प्रशासन में हड़कम्प है और बॉर्डर पर तैनात मजिस्ट्रेट अपनी ड्यूटी को लेकर सजग नजर आ रहे हैं.
एफआईआर दर्ज करने का निर्देश
इस बाबत डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक संतोष कुमार चौधरी के ऊपर कार्य में लापरवाही बरतने के बाद एफआईआर दर्ज करने का निर्देश जारी किया गया था. डीएम ने बताया कि पूर्व में कार्य मे लापरवाही करते हुए पाए गए थे, जिसके बाद इनके ऊपर शोकॉज किया गया था. लगातार कार्य मे लापरवाही और ड्यूटी से गायब रहने पर उनके खिलाफ यह निर्देश जारी किया गया.
रजिस्ट्रेशन के बाद की गई थी मेडिकल जांच
बता दें कि बाल संरक्षण ईकाई के सहायक निर्देशक संतोष कुमार चौधरी का ड्यूटी यूपी-बिहार के कर्मनाशा बॉर्डर पर लगाया गया था. लेकिन बिना सूचना यह अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए थे. डीएम को यह जानकारी मिली थी कि बॉर्डर से बिना रजिस्ट्रेशन के कई प्रवासी पैदल अपने गंतव्य को रवाना हो गए, जिसके बाद डीएम के तत्काल आदेश के बाद सभी को बसों में बैठाकर दोबारा बॉर्डर लाया गया था और रजिस्ट्रेशन के बाद मेडिकल जांच की गई थी.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं - डीएम
इस पूरे मामले के बाद डीएम ने मोहनियां के अपर अनुमंडल पदाधिकारी को जांच का आदेश दिया. जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि सहायक निदेशक की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ. जिसके बाद डीएम ने आदेश पर दुर्गावति सीओ ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराया. वहीं, डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि वैसे तो बॉर्डर पर तैनात उनके सभी पदाधिकारी काफी मुस्तैदी से काम कर रहें है. लापरवाही बरतने वालों की संख्या न के बराबर है. उन्होंने बताया कि आपदा के इस घड़ी में प्रशासन मुस्तैद है और किसी की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.