कैमूर: जिले के दुर्गावती प्रखंड के कर्णपुरा स्थित कोऑपरेटिव बैंक में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा का मामले सामने आया है. जहां किसानों को लोन देने के नाम पर बैंक की ओर से फर्जीवाड़ा किया गया है. किसानों ने इसकी जानकारी डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी को दी. जिसके बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.
किसानों को लोन के नाम पर बैंक में करोड़ों का फर्जीवाड़ा, DM ने दिए जांच के आदेश - कोऑपरेटिव बैंक में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा
किसानों ने डीएम को दिए आवेदन में पैक्स अध्यक्ष और तत्कालीन कोऑपरेटिव बैंक के बैंक मैनेजर पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा हुआ है.
क्या है मामला?
दुर्गावती प्रखंड के कर्णपुरा गांव में बैंक ने वर्ष 2009 से 2012 के बीच करीब 74 किसानों को बिना सूचित किए उनका लोन एकाउंट खोल कर लोन पास कर दिया. जहां किसानों ने कभी बैंक में लोन के लिए अप्लाई भी नहीं किया था. साथ ही, बैंक में उनका पहले से एकाउंट भी नहीं था. इसके अलावा बैंक ने किसानों को लोन का एक भी पैसा नहीं दिया. जबकि सरकार की ओर से लोन के नाम पर करीब 40 लाख रुपये की निकासी हुई थी. यही नहीं किसानों के लिए सरकार की ओर से भेजे गए करोड़ों रुपये लापता भी हो गए.
डीएम ने दिए जांच के आदेश
किसानों ने डीएम को दिए आवेदन में पैक्स अध्यक्ष और तत्कालीन बैंक मैनेजर पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा हुआ है. वहीं, डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही, जांच के बाद गड़बड़ी में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.