जहानाबाद: लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरों और कामगारों की दिक्कत कम होने का नाम नहीं ले रही है. बिहार के जहानाबाद में पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता से पहुंचे मजदूरों की हालत बद से बदतर है. तकरीबन दो दर्जन की संख्या में रविवार को दिहाड़ी मजदूर कलकत्ता से किसी तरह एक पिकअप के जरीए भूखे प्यासे जहानाबाद पहुंचे.
2 दर्जन से अधिक मजदूर बंगाल से पहुंचे जहानाबाद, पूछताछ के बाद वैशाली के लिए हुए रवाना - लॉक डाउन
मजदूरों ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने मजदूरों को घर तक राशन पहुंचाने की घोषणा की है. लेकिन सरकार की घोषणा धरातल पर नजर नहीं आ रही है. जिसकी वजह से मजदूर अपने घर पहुंचने को पैदल ही निकल रहे हैं.
भूख ने बढाई परेशानी
बता दें कि ये मजदूर वैशाली के है. जिन्हे आगे भी सफर करना है लेकिन भूख ने इनकी परेशानी बढ़ा दी है. मजदूरों की पीड़ा है कि लॉक डाउन की वजह से पूरा देश बंद हो गया है. जिससे रहने और खाने की परेशानी बढ़ गई है. नतीजतन उन्हें अपने घर की ओर जैसे तैसे रवाना होना पड़रहा है.
धरातल पर नहीं नजर आ रही सरकार की घोषणा
वहीं, जहानाबाद में प्रवेश होते ही चौक के पास मजदूरों से पूछताछ की गई. इसके बाद उन्हें आगे के लिए रवाना किया गया. मजदूरों ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने मजदूरों को घर तक राशन पहुंचने की घोषणा की है. लेकिन सरकार की घोषणा धरातल पर नजर नहीं आ रही है. जिसकी वजह से मजदूर अपने घर पहुंचने को पैदल ही निकल रहे हैं.