जहानाबाद: जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के नेर गांव का पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से कोऑर्डिनेशन कमेटी गठन करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन आरजेडी कोऑर्डिनेशन कमेटी गठन करने में आनाकानी कर रही है. उन्होंने आरजेडी को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि समय बीत चुका है. अगर आरजेडी इस मामले पर अपना स्टैंड क्लियर नहीं करती है. तो वो अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
'मैं फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हूं'
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने 10 तारीख तक कोऑर्डिनेशन कमेटी गठन करने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन समय बीत गया और कमेटी का गठन नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमें 20 तारीख तक कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन करने का भरोसा दिलाया है. अगर 20 तारीख तक कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन नहीं हुआ, तो मैं फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हूं. यह पूछे जाने पर कि क्या महागठबंधन से नाता तोड़ेंगे, तो पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 20 तारीख के बाद सारी बातों पर मीडिया के सामने चर्चा होगी. अभी इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है.
'समय पर चुनाव कराने का पक्षधर हूं'
जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं समय पर चुनाव कराने का पक्षधर हूं. समय पर चुनाव हो, क्योंकि कोरोना जैसी महामारी कि कोई समय सीमा नहीं है और ज्यादा दिन तक चुनाव को टाला नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि लेकिन अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना है. उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए चुनाव कराया जाए. वहीं, जब उनसे सीट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब तक कमेटी का गठन नहीं हो जाता तब तक सीट कोई महत्व नहीं रखता है. अगर मेरी मांग पर विचार नहीं किया गया, तो मैं भी कोई कदम उठाने के लिए स्वतंत्र हूं.
ग्रामीणों की समस्याओं को डीएम से कराया अवगत
उन्होंने ये बातें नेरा गांव के ग्रामीणों से मुलाकात के दौरान कही. वहीं, ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री से अपनी समस्याओं से रूबरू कराया. लोगों ने कहा कि एनएच-83 चौड़ीकरण करने के लिए नेर गांव में पक्के मकान को तोड़ा जा रहा है. प्रशासन की ओर से मनमानी रूप से अनुदान की राशि का वितरण किया जा रहा है. इसी शिकायत पर हम प्रमुख ने गांव के ग्रामीणों की सारी समस्याएं सुनकर जहानाबाद के डीएम को अवगत कराया.