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पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह की भविष्यवाणी, '2020 में बिहार में होगा बड़ा परिवर्तन' - jal jeevan hariyali scheme

पूर्व मंत्री ने कहा कि विकास के नाम पर बिहार निचले पायदान पर पहुंचता जा रहा है. जनता दो इंजन वाली सरकार से परेशान हो गई है. यहां युवाओं के पास न तो रोजगार है और न ही महंगाई से कोई राहत.

पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह
पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह

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Published : Jan 3, 2020, 10:14 AM IST

जमुई: पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा है कि नए साल में बिहार में एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. आने वाले दिनों में जनता की आकांक्षा के मुताबिक सरकार बनेगी. जो लोग आज सत्ता में हैं, वो सत्ता से बाहर फेंके जाएंगे और नए चेहरे सत्ता में आएंगे, फिर लोगों का नया बिहार बनाने का सपना पूरा होगा.

'हिटलर की तरह पेश आ रहे CM'
पूर्व मंत्री ने कहा कि आज बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता की छड़ी से सरकार चला रहे हैं. लोगों के साथ वो हिटलर की तरह पेश आ रहे हैं. ये बिल्कुल लोकतंत्र विरोधी है. लोहिया, जयप्रकाश, गांधी के रास्ते से ये लोग भटक गए हैं. ऐसे लोग सत्ता के भूखे होते हैं, इनसे अच्छी उम्मीद रखना बेमानी है.

2020 में बिहार में होगा बड़ा परिवर्तन

लोगों को लूट रही है सरकार- नरेंद्र सिंह
सीएम नीतीश के जल जीवन हरियाली योजना पर नरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार इस योजना के नाम पर लोगों को लूट रही है. उन्होंने कहा कि 6 महीने पहले ही मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि अगर हरियाली लानी है तो जंगली और बेकार पड़े पहाड़ी क्षेत्रों में पौधे लगाए जाएं. लेकिन सरकार ने बात नहीं सुनी और आज योजना के नाम पर लोगों को लूट रहे हैं.

जल जीवन हरियाली योजना के नाम पर लोगों को लूट रही सरकार

'जनता होती जा रही है गरीब'
पूर्व मंत्री ने कहा कि विकास के नाम पर बिहार निचले पायदान पर पहुंचता जा रहा है. जनता दो इंजन वाली सरकार से परेशान हो गई है. यहां युवाओं के पास न तो रोजगार है और न ही महंगाई से कोई राहत. आज देश की स्थिति ऐसी है कि बड़े-बड़े पूंजीपतियों की जेबें भरी जा रही है और जनता और गरीब होती जा रही है.

महंगाई को लेकर पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस हुकूमत से भी ज्यादा बुरे दिन- नरेंद्र सिंह
नरेंद्र सिंह ने कहा कि आज कांग्रेस हुकूमत से भी ज्यादा बुरे दिन हैं. लोग निजीकरण और छटनी से परेशान हैं. रेलवे में बुकिंग क्लर्क को भी संविदा पर बहाल किया जा रहा है. उसके नाम पर उन्हें 29 हजार दिया जाना होता है, लेकिन उन्हें मात्र 7 हजार रुपया ही मिलता है. आज देश की हालत बहुत खराब हो गई है, जनता हर तरफ से परेशान है.

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