बिहार

bihar

ETV Bharat / state

मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत पटना घूमने आईं 5 छात्राएं बेहोश, 2 की हालत गंभीर

जमुई के सरकारी स्कूल से पटना घूमने गए 49 छात्र-छात्राओं में 5 बीमार हो गए हैं. शिक्षकों ने प्राथमिक उपचार करवा इन्हें घर भेज दिया था. लेकिन फिर से इन पांचों की तबीयत बिगड़ गई.

मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना

By

Published : Feb 3, 2019, 8:03 PM IST

जमुई: जिले के एक सरकारी स्कूल के बच्चे मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण योजना के तहत राजधानी का भ्रमण करने आए थे. जमुई वापसी करते समय एक-एक कर बस में पांच बच्चे बेहोश होने लगे. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती करवाया गया.

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को राज्य में ऐतिहासिक, भौगोलिक और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों, धरोहरों एवं विरासतों की जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण योजना चलायी जाती है. इसके तहत उत्क्रमित मध्य विधालय विठलपुर की बच्चियां पटना गई थी. जमुई लौटने के दौरान इन्हें वख्तियारपुर के पास नाश्ता कराया गया. नाश्ते के बाद बस से जमुई के लिए निकलते ही एक-एक कर पांच बच्चियां बेहोश हो गई.

जानकारी के अनुसार शनिवार को जमुई के विठलपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय से कुल 49 छात्र-छात्राओं और सात शिक्षक बस से मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत परिभ्रमण पर पटना गए थे. पटना में विज्ञान केंद्र, म्यूजियम, गोलघर आदि स्थानों पर परिभ्रमण के बाद जब बच्चे वापस जमुई अपने घर लौट रहे थे कि तभी रास्ते में लगभग 7 बजे बख्तियारपुर के पास शिक्षकों ने बच्चों को नास्ता करवाया.

बीमार पड़ी छात्रा.

शिक्षक के अनुसार नास्ते में चूरा, भूंजा हुआ बादाम, चना आदि था. नाश्ते के बाद, जब बस जमुई के लिए खुली तो एक-एक कर बस में मौजूद पांच बच्चियों ने सिर दर्द और पेट दर्द की शिकायत की इसके बाद वो बेहोश हो गईं. गाड़ी में मौजूद शिक्षक के अनुसार वख्तियारपुर से लगभग आधे धंटे की दूरी पर सभी बेहोश बच्चियों को निजी क्लिनिक में इलाज करवाकर उनके घर पहुंचा दिया गया.

रविवार को फिर बिगड़ी तबियत
घर पहुंचने के बाद रविवार को पांचों बच्चियों की हालत फिर बिगड़ने लगी. पांचों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. इनमें से एक बच्ची सरकारी अस्पताल में हैं तो अन्य चार निजी अस्पताल में इलाज करवा रही हैं. इनमें से दो की हालत नाजुक बताई जा रही है.

जानकारी देती बीमार बच्चियां

20 घंटे बाद भी नहीं जागा प्रशासन
इस खबर की भनक लगते ही हमारे संवाददाता ने पूरे मामले की जानकारी ली. वहीं, विद्यालय प्रशासन ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्चियों के हाल-चाल लेने की जहमत उठाना मुनासिब नहीं समझा. वहीं, शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन भी बच्चियों खराब हुई तबियत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

  • बीमार बच्चियों में निधी कुमारी-13 वर्ष , अंजनी कुमारी-12 वर्ष , सोनम कुमारी-13 वर्ष, पुनित कुमारी-13 वर्ष, प्रीति कुमारी-12 हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details