जमुई:बिहार मेंजहां एक ओर राज्य सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ (Betee Padhao Betee Bachao) के तहत योजना चलाकर उन्हें प्रोत्साहित कर रही है. दूसरी ओर जमुई जिले के गिद्धौर थाना अंतर्गत मोरा गांव निवासी मो. गुलाम अंसारी की पुत्री रजीना खातून को उसके पति मो. उमर फारुख इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि रजीना ने दो लड़की को जन्म दिया था. इसलिए उसके पति ने उसे तलाक दे दिया.
ये भी पढ़ें-तलाक के बाद बीवी और उसके परिजनों ने कचहरी में शौहर को पीटा, देखें वीडियो
बेटी होने पर पति ने दिया तलाक :घटना के बाद पीड़िता ने गिद्धौर थाने में पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी. तीन महीने बीत जाने के बावजूद पुलिस उसके पति और ससुराल वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है जिसके बाद पीड़िता समाहरणालय पहुंचकर एसपी शौर्य सुमन को आवेदन देते हुए न्याय मिलने की गुहार लगाई है.
6 वर्ष पहले रजीना की हुई थी शादी :बताया जाता है कि मोरा गांव निवासी रजीना खातून की शादी 6 साल पहले गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के अलखपूरा गांव निवासी मो. सिराज उद्दीन का पुत्र मो. उमर फारूक के साथ हुई थी. रजीना को शादी के बाद दो बेटी हुई. वहीं कुछ साल बाद दूसरी पुत्री होने पर उसके पति और ससुराल वाले नाराज चल रहे थे और उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. रजीना को जिसको लेकर 30 नवंबर 2022 को उसके पति ने फोन किया और उसे तीन बार तलाक-तलाक बोलकर उसको तलाक दे दिया.
दी आत्महत्या की धमकी :पीड़िता ने मामले मेंन्याय नहीं मिलने पर एसपी को आत्महत्या करने धमकी दी है. घटना के बाद पीड़िता ने जमुई एसपी शौर्य सुमन को बुधवार यानी एक मार्च को आवेदन देते हुए कहा कि- "मेरे पति और ससुराल वाले मेरी इज्जत और प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो मजबूर होकर आत्महत्या कर लूंगी." आवेदन के बाद जमुई एसपी शौर्य सुमन ने पीड़िता को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है.