जमुईःबिहार के जमुई जिले का मोस्ट वांटेड व 50 हजार का इनामी अपराधी पप्पू मंडल ने गुरुवार को जमुई कोर्ट में आत्मसर्मपण कर दिया. पिछले दो साल से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था. इसको लेकर जिला पुलिस ने पप्पू मंडल की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम भी घोषित किया था. पप्पू मंडल के खिलाफ टाउन थाने में 8 केस दर्ज हैं.
कोर्ट को गुमराह कर जमानत लेने का प्रयासः कुछ माह पूर्व पप्पू मंडल के स्थान पर उसका भाई फर्जीवाड़े तरीके से कोर्ट आत्मसमर्पण करने का प्रयास किया था. लेकिन, उसकी यह चालाकी पकड़ी गयी. उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. साथ ही कोर्ट को गुमराह करने को लेकर उसके अधिवक्ता को भी जेल जना पड़ा. जिला विधिक संघ ने उसके अधिवक्ता की सदस्यता रद्द कर दी थी.
"पप्पू मंडल जिले का मोस्ट वांटेड अपराधी है. उसके खिलाफ टाउन थाने में कई संगीन मामले दर्ज हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए बिहार एवं झारखंड के दर्जनों ठिकाने पर पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. इसी को लेकर वह न्यायालय में सरेंडर करने को मजबूर हो गया है."- डॉ. शौर्य सुमन, एसपी, जमुई
हाईकोर्ट ने रद्द कर दी थी जमानतः पुलिस पप्पू मंडल के आत्मसमर्पण का वजह भले ही दबिश मान रही है, लेकिन कहा यह भी जा रहा है कि पटना हाईकोर्ट ने पप्पू मंडल की जमानत की अर्जी खारिज कर दी थी. जिससे मजबूर होकर पप्पू मंडल ने जमुई सिविल कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया. हाईकोर्ट में डीएम व एसपी ने पप्पू मंडल के विरुद्ध पेटीशन फाइल की थी. जिसमें कोर्ट को बताया गया था कि अभियुक्त द्वारा अपने स्थान पर किसी फर्जी व्यक्ति को न्यायालय में उपस्थित कर जमानत लेने का प्रयास किया गया था.
टॉप टेन सूची में आया नामः पप्पू मंडल पिछले दो साल से पुलिस की नाक में दम कर रखा था. एसपी डॉ शौर्य सुमन ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था. 2021 से पप्पू मंडल फरार था. जनवरी में संगथू गांव में हुए गोलीबारी कांड में भी इसका नाम आया था. फायरिंग करते हुए इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद पप्पू मंडल को एसपी शौर्य सुमन ने अपराधियों की टॉप टेन सूची में शामिल कर लिया था.