गोपालगंज: दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर लगातार अपने घर लौट रहे हैं. कुछ मजदूर हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर दिल्ली से 10 दिन बाद गोपालगंज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से अपना दर्द साझा किया.
सीएम से फैक्ट्री लगाने की मांग
ईटीवी भारत से बात करते हुए मजदूरों ने कहा कि अब हमें दोबारा दिल्ली नहीं जाना है. अपने घर कम कमाएंगे, कम खाएंगे. लेकिन अपने बिहार में ही रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मजदूरों ने आग्रह किया कि बिहार में फैक्ट्री लगा दें ताकि हम बिहार में ही रहें.
साइकिल चलाकर गोपालगंज पहुंचे मजदूर साइकिल से गोपालगंज पहुंचे मजदूर
ये मजदूर साइकिल से गोपालगंज 10 दिनों में पहुंचे. दिल्ली से 18 मजदूरों का जत्था यूपी बिहार बॉर्डर के पास बल्थरी चेकपोस्ट पहुंचा. बाहर से लौटे मेराज अंसारी ने बताया कि कई दिन बाद हम लोग आज साइकिल से यहां पहुंचे हैं. गरीब लोग तो ऐसे ही मर रहे हैं तो क्यों न अपने घर पर ही मरें. अब हमलोगों को बिहार से बाहर नहीं जाना है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार से आग्रह करते हैं कि बिहार में ही फैक्ट्री लगा दें ताकि हम अपने राज्य में ही रह सकें.
नहीं जाना दिल्ली: मजदूर
मजदूरों ने कहा कि दस दिन बाद भी हमलोग अपने घर नहीं पहुंचे पाए हैं. कभी हमारी साइकिल पंचर हो जाती है तो कभी चेन टूट जाती है. कई बार पैदल ही सफर तय करना पड़ता है. अब हमलोगों को किसी महानगर नहीं जाना है. दूसरे राज्यों में काम करने से बेहतर है कि अपने शहर में सेवा दें.