गोपालगंज: जिले के हथुआ प्रखण्ड के मछागर जगदीश पंचायत के बड़ा कोइरौली गांव की रहने वाली बिंदा देवी करीब 30 सालों से सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ रही हैं. बिंदा देवी चाइल्ड मैरिज, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या और शराब के खिलाफ समाज को जागरुक कर रही हैं.
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समाजिक कुरीतियों से लड़ रही गोपालगंज की बिन्दा: राज्य की सरकार शराब, बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी बुराईयों से लागों को जागरुक कर रही है. लेकिन गोपालगंज के कोईरौली गांव की बिंदा देवी 30 वर्षों से इन कुरीतियों से लड़ रही हैं. बिंदा के जीवन का मकसद समाज में फैली बुराईयों को खत्म करना है.
"चाइल्ड मैरिज, भ्रूण हत्या जैसे मामले रोकने के लिए मैंने मुहिम चलाई है. सामाजिक कुरीतियों को दूर करना मेरा मकसद है. इस लक्ष्य को पाने में मुझे दूसरी महिलाओं का भी सहयोग मिल रहा है."- बिन्दा
लोगों को करती हैं जागरुक: बिंदा की शादी साल 1990 में हुई थी. शादी के बाद उसने अपने पति राजेश से समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने पर काम करने की बात कही. इस पर पति ने भी भरपूर साथ दिया. जिस समाज के बेहतरी के लिए बिंदा लड़ रहीं थीं हालांकि रुढ़ीवादी समाज बिंदा को तरह-तरह के ताने सुनाता था. लेकिन बिंदा ने हिम्मत नहीं हारी. बिन्दा कुरीतियों से जूझती रही और उसे खत्म भी किया. गांव-गांव जाकर लोगों को समझाया. 23 बाल विवाह,27 भ्रूण हत्या बिंदा अब तक रोक चुकी हैं.
बहन रक्षा दल संगठन का किया गठन: बिंदा देवी काफी दिनों तक अपने पति के सहयोग से लोगों को जागरूक करती रहीं. समाज में उनकी स्वीकार्यता बढ़ रही थी. धीरे-धीरे महिलाएं उनके साथ आने लगी. इन कुरीतियों के खिलाफ सभी बिंदा के साथ हैं. साल 2009 में लोगों के प्रयास से बिंदा ने बहन रक्षा दल के नाम से एक संगठन तैयार किया, जिसमें अब तक सौ महिलाएं और सैकड़ों लड़कियां जुड़ चुकी हैं.
"मैरिज से पहले से ही बिन्दा समाज के लिए काम कर रही थी. हमने आगे भी इनको सहयोग दिया. दहेज भ्रूण हत्या के खिलाफ ये काम कर रही थी. समाज को जागरुकता फैलाते हैं लेकिन सरकार से कोई सहयोग नहीं मिलता है."-डॉ राजेश, बिन्दा के पति
"जब लोगों को समझ में आया की ये हमारी भलाई के लिए काम कर रही तो तो लोग इनसे जुड़ते चले गए. बहन रक्षा दल संगठन से बहनें जुड़ती चली गईं."- सदस्य, बहन रक्षा दल