गोपालगंज: कोरोना के कहर से हर कोई भयभीत और डरे सहमा है. इसकी सबसे ज्यादा मार गरीब मजदूरों पर पड़ा है. बाहर से आने के बाद भी उन्हें घर नहीं बाहर कैंप में ही रहना पड़ेगा. संक्रमण ना फैले इसके लिए सरकार ने बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए सात बेस कैंप बनाया है.
गोपालगंज: बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए जिला प्रशासन ने बनाया 7 बेस कैंप
लॉकडाउन के बाद दिल्ली, मुंबई में मजदूर वर्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ है. काम खोने और भुखमरी के डर से मजदूर अपने घर को लौटने लगा है.
सूबे के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा एक उच्चस्तरीय बैठक कर राज्य के सीमावर्ती जिले के अधिकारियों को यह आदेश दिया गया है, कि इन मजदूरों को अपने जिले पर ही रोकें. सरकार द्वारा आदेश प्राप्त होते ही गोपालगंज जिला प्रशासन हरकत में आ गया. ेंआनन फानन में सात बेस कैम्प बनाकर बॉर्डर पर पहुंचने वाले मजदूरों को रोककर बस द्वारा विभिन्न बेस कैम्पो पर ठहराया.
इन मजदूरों को रहने-खाने व मेडिकल की सुविधा दी जा रही है. इस संदर्भ में सदर सीओ विजय कुमार ने बताया कि सीमावर्ती जिले के अधिकारियों को प्राप्त निर्देश के बाद सभी मजदूरों को बेस कैंप में ठहराया जा रहा हैं. साथ ही स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें उनके स्थान तक पहुँचाया जा रहा है.