गया: जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों पर विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi controversial statement on Brahmins) ने तूल पकड़ लिया है. कोई उनके साथ खड़ा है, तो एक बड़ा वर्ग अब भी उनके खिलाफ है. अब जीतन राम मांझी को स्वर्ण प्रकोष्ठ का साथ (Swarn Prakoshth Support Jitan Ram Manjhi) मिला है. हम सवर्ण प्रकोष्ठ के वरुणेश विजय ने उनका साथ दिया है.
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'जीतन राम मांझी हम सभी के गार्जियन हैं. उन्होंने ब्राह्मण पर दिए गए टिप्पणी को वापस ले लिया है. हालांकि उन्होंने ब्राह्मण समाज पर कोई गलत टिप्पणी नहीं की थी. बल्कि कुछ वैसे पूजा कराने वालों पर टिप्पणी की थी, जो शराब व मांस का सेवन करते हैं. इस बात को लेकर मांझी जी ने पहले ही माफी भी मांग ली है. लेकिन विपक्ष के लोगों को एक मुद्दा मिल गया है. लगातार इस मुद्दे पर अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं. जीतन राम मांझी हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. वे काफी सुलझे और पुराने नेता हैं. वे काफी सोच-समझकर बोलते हैं. जुबान फिसल जाने के कारण उन्होंने इस तरह की टिप्पणी कर दी थी. लेकिन किसी को तकलीफ पहुचाने की उनकी मंशा नहीं थी.'-वरुणेश विजय, प्रदेश अध्यक्ष, हम सवर्ण प्रकोष्ठ
उन्होंने कहा कि हमारे स्वर्ण समाज से आने वाले हमारे कुछ भाई रास्ते से भटक गए हैं. इसे मुद्दा बना लिया है. उन्हें एक मुद्दा मिल गया है, विपक्ष की ओर से बोलने का. ऐसे लोग चाहते हैं कि समाज को एकत्रित ना होने दें. हमारे नेता जीतन मांझी हर समाज का नेतृत्व करते हैं. इस मौके पर हम पार्टी के जिलाध्यक्ष टूटू खान, रोमित कुमार, सत्येंद्र राय सहित कई लोग उपस्थित थे.