गयाःबोधगया भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली के रूप में विश्व प्रसिद्ध है. यहां पूरे विश्व के लोग भगवान बुद्ध की प्रतिमा और बोधि वृक्ष का दर्शन करने आते हैं. कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया था. जिसकी वजह से बोधगया के पर्यटन व्यापार में काफी घटा हुआ है. अनुमान के मुताबिक 70 दिनों में इससे एक अरब से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
पर्यटकों के आने के समय था लॉकडाउन
विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर और बोधि वृक्ष का दर्शन बौद्ध धर्मावलंबियों के जीवन के लिए खास होता है. विश्व के बौद्धिस्ट के लिए महाबोधि मंदिर मक्का मदीना जैसा है. पूरे विश्व से बौद्ध अनुयायी बोधगया आते हैं. श्रदालुओं और पर्यटकों के आने के वक्त में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लॉकडाउन लागू कर दिया गया. जिसके कारण बोधगया में खासकर फुटकर दुकानदार, होटल संचालक और टूर एंड ट्रैवेलस कंपनियों को भारी नुकसान हुआ है.
कोरोना ने चौपट किया पर्यटन व्यवसाय
बोधगया के प्रसिद्ध बिजनेस मैन विवेक कल्याण ने बताया कि हमारा बोधगया में तीन व्यवसाय पर्यटकों से जुड़ा हुआ है. फरवरी से पर्यटकों के आने का सिलसिला कम हुआ और मार्च में लॉकडाउन लगने से पूरे बोधगया में मेरे आंकलन के मुताबिक एक अरब का नुकसान हुआ है. कोरोना बोधगया के पर्यटन व्यवसाय को दो साल के लिए निगल गया है.