गया: देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को खत्म करने के लिए हवन-पूजा, चादरपोशी किया जा रहा है. वहीं, बिहार के गया में मोक्षदायिनी के तट पर स्थित विष्णुपद मन्दिर में कोरोना वायरस का अंत हो इसके लिए विष्णुपद में महापूजा का आयोजन किया गया है. ये महापूजा मंदिर प्रबन्धकारिणी और गयापाल पंडा ने किया.
वायरस को खत्म करने के लिए किया गया महापूजा
विष्णुपद प्रबंधकारिणी कमिटी के सचिव गजाधर लाल पाठक ने बताया विश्व में कोरोना वायरस का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. ये वायरस विश्व से खत्म हो उसको लेकर यह महापूजा का आयोजन किया गया हैं. इस पूजा में भगवान विष्णु के चरण को दुग्धाभिषेक किया गया. उसके साथ ही तुलसी पूजा अर्चना की गई. दुग्धाभिषेक में 11 किलो दूध के साथ पांच किस्म का फलों का उपयोग किया गया.
'पूजा अर्चना करने में आ रही है दिक्कत'
विष्णुपद प्रबंधकारिणी कमेटी के सदस्य शंभूलाल विट्ठल ने बताया कोरोना वायरस के चलते मन्दिर को 31 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बन्द कर दिया गया है. विष्णुपद में चार प्रहर गयापाल पंडा ही पूजा करेंगे. मन्दिर बन्द होने से आसपास के सभी फूल के दुकान बंद हो गये है. जिसके चलते भगवान विष्णु का चार प्रहर पूजा अर्चना करने में काफी दिक्कत आ रही है.
विष्णुपद मंदिर में किया गया महापूजा 31 मार्च तक बन्द कर दिया गया है विष्णुपद मन्दिर
बता दें कि कोरोना वायरस देश में महामारी का रूप ले लिया है. इसके फैलते संक्रमण को रोकने लिए पूरे देश में कर्फ्यू और लॉक डाउन लगा दिया गया हैं. इसके तहत गया जिले के सभी प्रसिद्ध मंदिरों को बन्द कर दिया गया है. मोक्षधाम से प्रसिद्ध विष्णुपद मन्दिर को 31 मार्च तक बन्द कर दिया गया है.