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मधुबनी हत्याकांडः मृतक के परिजनों ने गया में किया पिंडदान, पुत्र की मांग- हमें बस एनकाउंटर चाहिए - pinddan in gaya

मधुबनी हत्याकांड में मृतकों के परिजनों ने गया में पिंडदान किया. इस दौरान मृतक के पुत्र ने कहा कि गया में पिंडदान से पिता की आत्मा को शांति मिलेगी. लेकिन असली शांति आरोपियों के एनकाउंटर से ही मिलेगी.

मधुबनी हत्याकांड
मधुबनी हत्याकांड

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Published : Apr 10, 2021, 2:55 PM IST

Updated : Apr 10, 2021, 3:31 PM IST

गया:मधुबनी हत्याकांड में मारे गए लोगों के परिजन शनिवार को गया पहुंचे. परिजनों ने शहर के फल्गु नदी के पश्चिमी छोर पर स्थित देवघाट पर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया. ब्राह्मणों द्वारा धार्मिक मंत्रोच्चारण के साथ पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई. इस दौरान देवघाट पर अजीब सा माहौल देखने को मिला. एक तरफ ब्राह्मण कर्मकांड कर रहे थे और दूसरी तरफ मृतक के परिजन चित्कार कर रहे थे.

ये भी पढ़ेंः मधुबनी : उपद्रवी तत्वों ने महमदपुर नरसंहार के आरोपी प्रवीण झा के घर विस्फोट कर लगाई आग

मृतक आर्मी जवान की पत्नी विनीता देवी ने बताया 'मेरे पति को आज तक बॉर्डर पर कुछ नही हुआ, लेकिन गांव में इस तरह की घटना घटित हो गई. हमें तो न्याय चाहिए, आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.'

पिंडदान के दौरान रोते-बिलखते परिजन

मृतक के पुत्रों ने कहा 'अपने पिता और चाचा का पिंडदान करने गया आया हूं. मेरे पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों को बेरहमी से मारा गया है. गांव के ही प्रवीण झा ने घटना को अंजाम दिया है. गया में पिंडदान करने से मृतको की आत्मा की शांति मिल जाएगी, लेकिन असली शांति तब मिलेगी जब आरोपियों का एनकाउंटर किया जाएगा.'

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क्या है पूरा मामला
बता दें कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरने वालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई थे. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 4 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर था.

हालांकि, 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ने के बाद फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

Last Updated : Apr 10, 2021, 3:31 PM IST

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