गया: लॉकडाउन का असर बकरीद पर भी पड़ने लगा है. विगत 5 महीनों से लोगों का रोजगार छिन जाने के कारण मुस्लिम समाज के लोगों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. जिस कारण कई लोग इस बार बकरीद पर्व नहीं बनाने की सोच रहे थे. ऐसे में शहर के मुन्नी मस्जिद, गेवाल बिगहा सहित अन्य कई मोहल्लों में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों के बीच समाजसेवी मंजर हुसैन की ओर से खाद्य सामग्री का वितरण किया.
बकरीद पर पड़ा लॉकडाउन का असर, समाजसेवी ने बांटी खाद्य सामग्री - bakrid festival
लॉकडाउन का असर अब आने वाले पर्व बकरीद पर भी पड़ रहा है. इसको देखेते हुए स्थानीय समाजसेवी मंजर हुसैन ने लोगों के बीच खाद्य सामग्री बांटी.
इस मौके पर समाजसेवी मंजर हुसैन ने बताया कि लॉकडाउन के कारण कई लोगों का रोजगार छिन गया है. ऐसे में लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. एक अगस्त को बकरीद पर्व है. बकरीद मुस्लिम समाज के लिए एक बड़ा पर्व है. जिसे लोग कुर्बानी के रूप में मनाते हैं. ऐसी स्थिति को देखते हुए कई घरों को चिन्हित किया गया, जिनकी माली हालत खराब है और जिनके घर में दो वक्त का चूल्हा भी नहीं जल पा रहा है.
समाजसेवी ने दी जानकारी
स्थानीय समाजसेवी मंजर हुसैन ने कहा कि वैसे लोगों को हमने चिन्हित कर आटा, चावल, आलू, प्याज, तेल, नमक, सेवइयां, मिठाई और अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि साथ ही आर्थिक मदद भी की है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाओं का लाभ आम जनता को नहीं मिल रहा है. कई लोगों का राशन कार्ड अभी तक नहीं मिला है. समाजसेवी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में लगभग 350 लोगों का राशन कार्ड बना है. लेकिन मात्र 100 राशन कार्ड ही हमें मिल पाया है. वह भी अभी लोगों के बीच नहीं बंट पाया है. ऐसे में हमने लोगों के बीच बकरीद पर्व को देखते हुए खाद्य सामग्री का वितरण किया है.