गया:कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने लिए देश भर में लॉक डाउन लागू हो गया है. लॉक डाउन में आम लोगों के साथ साधु संतों और भिखारियों को काफी दिक्कतों का सामान करना पड़ रहा है. जिलाधिकारी को जब इसकी जानकारी मिली तो उनेहोंने इसके लिए जिला आपदा राहत केंद्र बनाया. इस केंद्र में असहाय लोगों के लिए रहने का व्यवस्था किया गया.
बता दें कि जिले के जगजीवन हॉस्पिटल और अंबेडकर हॉस्टल में मुख्यमंत्री जिला आपदा राहत केंद्र बनाया गया है. जो व्यक्ति किसी दूसरे जिला के हैं या फंसे हुए हैं या फिर जो असहाय और गरीब हैं. वैसे लोगों को जिला आपदा राहत केंद्र में रखा गया है. साथ ही गया जिला प्रशानसन के पदाधिकारी घूम-घूमकर कर वैसे असहाय व्यक्ति को चिन्हित कर उन्हें आपदा राहत केंद्र में पहुंचा रहे हैं.
लॉक डाउन के कारण असहाय लोगों के लिए जिला प्रशासन ने की अच्छी पहल कर्मचारियों को नियम फॉलो करने का निर्दिेश
इस आपदा राहत केंद्र का जिलाधिकारी ने जायजा लिया. उन्होंने ने कहा कि आपदा राहत केंद्र में रहने वाले या यहां आने वालों को खाने-पीने की दिक्कत नहीं होगी. समय-समय पर यहां साफ सफाई होती रहती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी या पदाधिकारी यहां उपस्थित रहेंगे, वे मास्क और ग्लब्स पहनकर ड्यूटी करेंगे. जिस तरह क्वॉरेंटाइन सेंटर में नियम फॉलो करते हैं. उसी तरह आपदा राहत केंद्र में भी नियम को फॉलो करेंगे.
गरीब और बिना घर वालों के लिए रहने की समुचित व्यवस्था लॉक डाउन का करें सख्ती से पालन
इसके अलावे उन्होंने आपदा राहत केंद्र में उपस्थित व्यक्तियों से उनकी समस्या पूछा और उन्होंने सभी को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने को कहा. जिलाधिकारी ने लोगों से कहा वो लोग सख्ती से लॉक डाउन का पालन करें.