मोतिहारी: परिवार नियोजन के प्रति पूर्वी चंपारण जिले की महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा जागरूक हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनाए गए परिवार नियोजन पखवाड़ा में जिले में पुरुष नसबंदी की दर दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच पाई. जबकि महिलाएं अपने बंध्याकरण को लेकर ज्यादा सजग दिखी. पखवाड़ा के दौरान जिले के कई पीएचसी में निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा महिलाओं का परिवार नियोजन के तहत ऑपरेशन हुआ.
मोतिहारी: बंध्याकरण में आगे हैं महिलाएं, पुरुष नसबंदी लक्ष्य से काफी पीछे
पखवाड़े में महिला बंध्याकरण 2,636 हुआ है. जबकि जिले में मात्र छह पुरुषों ने अपनी नसबंदी कराई है. बावजूद इसके जिले का स्वास्थ्य महकमा परिवार नियोजन पखवाड़ा में अपने प्रदर्शन से खुश है.
ढ़ाका पीएचसी में हुआ सबसे अधिक बंध्याकरण
परिवार नियोजन पखवाड़े में जिले के स्वास्थ्य महकमा कि उपलब्धियों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. रिजवान अहमद ने बताया कि इस पखवाड़े में जिले का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा. उन्होंने बताया कि ढ़ाका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सबसे अधिक बंध्याकरण हुआ. सिविल सर्जन के अनुसार परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी के साथ हीं महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया है.
बंध्याकरण कराने वालों को मिलता है प्रोत्साहन राशि
दरअसल, सरकार जनसंख्या नियंत्रण को लेकर समय-समय पर परिवार नियोजन कार्यक्रम चलाती है. जिसमें बंध्याकरण कराने वाले पुरुष व महिला को सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशी भी मिलती है. राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जिले में परिवार नियोजन पखवाड़ा मनाया गया. जिसमें प्रत्येक पीएचसी को 90 बंध्याकरण करने का लक्ष्य दिया गया था. इस पखवाड़े में महिला बंध्याकरण 2,636 हुआ है. जबकि जिले में मात्र छह पुरुषों ने अपना नसबंदी कराया है. बावजूद इसके जिले का स्वास्थ्य महकमा परिवार नियोजन पखवाड़ा में अपने प्रदर्शन से खुश है.