गिरफ्तारी की जानकारी देती पुलिस. मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित शिव शक्ति राइस मिल के गेट पर मुंशी दिलीप सिंह को गोली मारकर 27 लाख रुपया लूट लिया गया था. इस वारदात में गोली लगने से मुंशी की मौत हो गयी थी. इस मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के अनुसार लूट की साजिश मिल के मुंशी दिलीप सिंह ने ही बनायी थी. फिर दिलीप की अपराधियों ने हत्या क्यों कर दी.
पुलिस ने तीन अपराधियों को किया गिरफ्तारः इस मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि रामगढ़वा थाना क्षेत्र में राइस मिल के मुंशी से लूट और हत्या की घटना हुई थी. घटना के उद्भेदन के लिए एएसपी सदर राज के नेतृत्व में एक टीम बनायी गई थी. टीम ने उस लूट और हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है. इस घटना में गहन अनुसंधान के बाद पलनवा के भुलन महतो, छौड़ादानो के गजेंद्र कुशवाहा और रामगढ़वा के किशोरी कुशवाहा गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से दो कट्टा, चार कारतूस, एक चाकू बरामद किया गया है.
साजिशकर्ता को डबल क्रॉस कियाः एसपी ने बताया कि इस मामले में अभी तक के अनुसंधान में जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार लूट की घटना में मिल का मुंशी दिलीप सिंह भी शामिल था. उसने ही लूट की साजिश रची थी. लूट की राशि में से सबसे ज्यादा हिस्सा लेने वाला था. क्योंकि उसको घर बनवाना था. यहां तक सब ठीक ठाक चल रहा था. लेकिन, इसके बाद दिलीप के साथियों ने उसे यानी कि साजिशकर्ता को ही धोखा दे दिया. दिलीप सिंह को शेयर देना ही नहीं पड़े, इसलिए उसकी हत्या कर दी. इस घटना में कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं, जिसकी जांच चल रही है. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
क्या था मामला: 15 अक्टूबर की रात रामगढ़वा थाना क्षेत्र स्थित शिवशक्ति राइस मिल के अकाउंटेंट दिलीप सिंह और आमोदेई सुगवा टोला के रहने वाले ड्राइवर सुरेश कुशवाहा टाटा सफारी गाड़ी से लहना वसूल कर राइस मिल लौट रहे थे. इसी दौरान बिना नंबर के बोलेरो पर सवार पांच-छह की संख्या में पहले से घात लगाए अपराधियों ने उनकी गाड़ी को घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी. दोनों के सीने में गोली लगी. फायरिंग के बाद अपराधी आराम से गाड़ी की पिछली सीट पर रखे रुपयों से भरे बैग को लेकर फरार हो गया.
अस्पताल में मृत घोषितः बैग में 27 लाख रुपये रखे थे. घटना के बाद लोगों ने दोनों को इलाज के लिए रक्सौल के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर ने राइस मिल के मुंशी दिलीप सिंह को मृत घोषित कर दिया, जबकि ड्राइवर सुरेश कुशवाहा का इलाज का इलाज अभी चल रहा है. मृतक दिलीप सिंह सीतामढ़ी का रहने वाला था. इस घटना में मृतक की पत्नी पूनम देवी ने राइस मिल के मालिक वीरेंद्र कुमार और उनके पार्टनर मुन्ना मारवाड़ी समेत कई लोगों को आरोपित किया था.