मोतिहारी:चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Political Strategist Prashant Kishor)ने जन सुराज पदयात्रा के 72वें दिन ढाका प्रखंड के रुपहरा हाई स्कूल परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. संवाददाता सम्मेलन में जन सुराज पदयात्रा में हो रहे आर्थिक खर्च पर बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि सभी सामाजिक-राजनीतिक अभियान करने वाले लोगों का काम भीड़ जुटाने, बड़े मंच के प्रबंधन, बड़े विज्ञापन, हवाई जाहज और हेलीकॉप्टर में खर्च होता है. जबकि, हम पदयात्रा में ऐसा कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं. देश में 6 ऐसे बड़े राज्य है. जिन राज्यों में जिनको मुख्यमंत्री बनाने में हमने कंधा लगाया है. उनकी मदद से यह अभियान में चल पा रहा है.
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जन सुराज क्राउड फंडिंग का बड़ा प्लेटफॉर्म बनेगा: पीके ने कहा कि जन सुराज जल्द ही देश का सबसे बड़ा क्राउड फंडिंग का प्लेटफार्म (crowd Funding for Jan suraj Yatra) बनने जा रहा है. बिहार के जो लोग भी अभियान में मदद करना चाहते हैं, वे अपनी क्षमता अनुसार 100 या 200 रुपया अपने मोबाइल के माध्यम से हमें भेज पाएंगे. बिहार से अगर भविष्य में दो करोड़ लोगों ने 100 रुपया का अपना सहयोग दिया, तो यह आंकड़ा 200 करोड़ हो जाएगा और उसी की मदद से हम यह अभियान आगे चलाएंगे.
55 फीसदी बिहारियों के पास 1 इंच जमीन नहीं: प्रशांत किशोर ने कहा कि समाजवादी नेताओं का शासन होने के बाबजूद देश का भूमिहीनों की संख्या सबसे ज्यादा संख्या वाला राज्य बिहार है. ग्रामीण बिहार में करीब 60 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिनके पास एक धुर जमीन भी नहीं है. करीब 55 प्रतिशत बिहारियों के पास 1 इंच जमीन नहीं है और यह स्थिति तब है, जब बीते 30-35 साल से बिहार में शासन करने वाले लोग समाजवादी विचारों से हैं.
800 किमी की कर चुके हैं पदयात्रा: ढाका के रुपहारा हाईस्कूल परिसर में सर्व धर्म प्रार्थना के बाद प्रशांत किशोर पत्रकारों से मुखातिब हुए. प्रशांत किशोर ने बताया कि अब तक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 800 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अब तक 250 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इस दौरान लोगों से काफी अनुभवों और उनकी समस्याओं को देखा व सुना. उन्होंने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य व स्वरोजगार जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए बताया कि लोगों की समस्याओं को सुन कर उसका संकलन भी किया जा रहा है.
"जन सुराज जल्द हीं देश का सबसे बड़ा क्राउड फंडिंग का प्लेटफार्म बनने जा रहा है. बिहार के जो लोग भी अभियान में मदद करना चाहते हैं. वे अपनी क्षमता अनुसार 100 या 200 रुपया अपने मोबाइल के माध्यम से हमें भेज पाएंगे. बिहार से अगर भविष्य में दो करोड़ लोगों ने 100 रुपया का अपना सहयोग दिया, तो यह आंकड़ा 200 करोड़ हो जाएगा और उसी की मदद से हम यह अभियान आगे चलाएंगे."- प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार