दरभंगा: मां सीता की धरती मिथिला को अयोध्या से जोड़ने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या से अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे. जिसको लेकर इस ट्रेन को लाने के लिए मिथिला से समस्तीपुर रेल मंडल ने एक स्पेशल ट्रेन को रवाना किया है. इस ट्रेन में नेपाल के जनकपुर मंदिर और दरभंगा की मिथिला पेंटिंग के राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त महिला-पुरुषों की टीम अयोध्या रवाना हुई है.
अमृत भारत एक्सप्रेस लाने के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना:मां सीता की जन्मभूमि मिथिला के दरभंगा, सीतामढ़ी, रक्सोल, नरकटियागंज से विभिन्न स्टेशन होते हुए उस क्षेत्र के सियाराम भक्त को संग्रहित कर अयोध्या पहुंचकर 30 दिसंबर को अयोध्या से अमृत भारत एक्सप्रेस को लेकर मिथिला वापस लौटेगी.
नेपाल के राम भक्त भी कर रहे यात्रा: दरअसल, इस ट्रेन में मां जानकी की धरती मिथिला के अलावे पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर मंदिर के 17 लोगों की टीम के साथ, मिथिला पेंटिंग के दरभंगा के राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त महिला पुरुषों की 42 सदस्यीय टीम अपने साथ राम के बनवास से घर लौटने, दीपावली मनाने की प्राकृतिक रंगों से बनी तस्वीरों को अपने साथ लेकर जा रहे हैं, ताकि मिथिला पेंटिंग को रामलला के मंदिर में लगाया जा सके.
स्पेशल ट्रेन में 11 कोच में शामिल राम भक्त: मिथिला से चली स्पेशल ट्रेन में 11 कोच लगी है. जिसमें तकरीबन 400 महिला पुरूष शामिल हैं. जो सियाराम के भक्ति में लीन होकर रामलल्ला के गीत गा रहे हैं, जिससे पूरा ट्रेन भक्तिमय माहौल में बदल गया है. वहीं पुरुषोत्तम राम के लिए भेंट स्वरूप मिथिला पेंटिंग ले जा रहे हैं. इस दौरान यात्रा कर रही निशा झा ने कहा कि मिथिला का मतलब राम जी का ससुराल हुआ.