दरभंगा: जिले के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते 14 नवंबर को एक महिला की मांग में जबरन सिंदूर भरे जाने और उसके साथ मारपीट किए जाने के मामले में उबाल बढ़ता ही जा रहा है. इसको लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. एमएसयू के कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर मामले में पक्षपात का आरोप लगाया.
महिला की जबरन मांग भरे जाने के विरोध में एमएसयू ने शुरू की भूख हड़ताल, पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप - दरभंगा की खबर
महिला की मांग में जबरन सिंदूर भरे जाने और उसके साथ मारपीट किए जाने के मामले में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
दुर्व्यवहार मामले में आमरण अनशन
'संगठन गांव में महिला के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता है. घटना के 12 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. उन्होंने सरकार से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने पीड़ित महिला को सरकार से 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की. जब तक मामले में कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक वे आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे.' - अमन सक्सेना, विवि प्रभारी, एमएसयू
महिला के साथ दुर्व्यवहार
बता दें कि घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते 14 नवंबर को एक महिला की मांग में एक दलित से जबरन सिंदूर डलवा दिया गया था. दरअसल महिला के बेटे ने गांव की ही एक लड़की को घर से भगाकर प्रेम विवाह कर लिया था. एक साल के बाद लड़के ने उस लड़की के साथ एक फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थी. उसके बाद गांव में बवाल मच गया. दबंग लड़की वालों ने महिला के साथ दुर्व्यवहार किया.