दरभंगा: महाराजा माधव सिंह की ओर से स्थापित राज दरभंगा के सवा तीन सौ साल पुराने माधवेश्वर मंदिर में बाबा भोलेनाथ पिछले करीब 3 महीनों से पानी में डूबे हैं. मंदिर में घुटने भर पानी है, जिसमें शिवलिंग के अलावा भगवान शंकर पार्वती और गणेश की प्रतिमाएं डूबी हुई हैं.
दरभंगा: माधवेश्वर मंदिर में 3 महीनों से है जलजमाव, बिना दर्शन किए वापस लौट रहें श्रद्धालु - darbhanga latest news
दरभंगा जिले के माधवेश्वर मंदिर पिछले करीब 3 महीनों से पानी में डूबा है. पानी जमा होने के कारण यहां संक्रमण होने का खतरा भी बढ़ गया है. मंदिर के पुजारी का कहना है कि नगर निगम से मंदिर को जलजमाव से मुक्त करने की गुहार लगाई गई है.
पानी जमा होने के कारण आ रही है बदबू
महीनों से पानी जमा होने के कारण इससे बदबू आ रही है. इस वजह से श्रद्धालु भोलेनाथ का दर्शन किए बिना बाहर से ही चले जाते हैं. इस साल हो रही भारी बारिश की वजह से मंदिर का जलजमाव खत्म नहीं हो रहा है और यहां नारकीय स्थिति बनी हुई है. यहां के पुजारी ने नगर निगम से मंदिर को जलजमाव से मुक्त करने की गुहार लगाई है.
अंदर जाने पर हो सकता है संक्रमण
माधवेश्वर मंदिर में पिछले 25-30 साल से नियमित दर्शन के लिए आनेवाले श्रद्धालु मिथिलेश साह ने कहा कि वे पिछले 3 महीनों से भोलेनाथ का दर्शन किए बिना बाहर से प्रणाम कर वापस लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि पानी इतना सड़ चुका है कि उससे बदबू आ रही है. इसके भीतर जाने पर संक्रमण हो सकता है. सांप-बिच्छू के काटने का भी डर है. इसलिए वे मंदिर में नहीं जाते हैं.
नगर निगम से नालों को ठीक करने की लगाई गई गुहार
पुजारी हेमचंद्र झा ने कहा कि परिसर के तालाब के पानी का लेयर मंदिर के बराबर है. इसलिए पानी नहीं निकलता है. उन्होंने कहा कि तालाब में बाउंड्री वाल बना देने से उसका कनेक्शन दूसरे तालाब से कट गया, जिसके कारण नाला जाम हो गया है. उन्होंने नगर निगम से नालों को ठीक करने और जलनिकासी की गुहार लगाई.