दरभंगा:सांसद गोपाल जी ठाकुर ने मखाना का जियोग्राफिकल इंडिकेशंस (जी.आई.) टैग मिथिला मखाना के नाम से किये जाने के लिए केंद्रीय रेल और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आग्रह किया. बता दें 24 अगस्त 2020 को दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने इसके लिए माननीय मंत्री जी को पत्र भी लिखा था.
अनुसंधान केंद्र की स्थापना
गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि मिथिला की पहचान और प्रमुख फसल मखाना की उपज मुख्य रूप से सिर्फ मिथिला क्षेत्र में होती है. पूरे देश के उत्पादन का लगभग 80 से 90 फीसद उपज मिथिला के इस विशाल क्षेत्र में ही होती है. मखाना की महत्ता को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सरकार ने 28 फरवरी 2002 को मिथिला के केंद्र दरभंगा में राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र की स्थापना की थी. ताकि मखाना का विकास उच्च स्तर पर हो सके.
गौरवान्वित होंगे मिथिलावसी
सांसद ने कहा कि मिथिला मखाना के नाम से जी.आई. टैग होने पर आठ करोड़ मिथिलावसी गौरवान्वित होंगे. पग-पग पोखर पान मखान के लिए प्रसिद्ध मिथिला जैसे जलीय क्षेत्र में मखाना का उत्पादन केवल 15 हजार हेक्टेयर ही दिखाया गया है. जो बिल्कुल गलत है.