दरभंगा: उत्तर बिहार का पहला व बिहार का दूसरा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का निर्माण अंतिम दौर में चल रहा है. अब दरभंगा बहुत जल्द बिहार का आईटी हब बनने जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि सब कुछ ठीक रहा तो अगले महीने ही यहां आईटी पार्क शुरू हो सकता है. यह आईटी पार्क मिथिलांचल वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.
युवाओं को बिहार में मिलेगी नौकरी:इस पार्क के बन जाने से मिथिला क्षेत्र के लोगों को अपने राज्य में ही रोजगार का लाभ मिल सकेगा. अब यहां के लोगों को आईटी सेक्टर के जॉब के लिए महानगरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. देश-दुनिया की आईटी सेक्टर की कंपनियां यहां पर अपना ऑफिस खोलेंगी, जिससे यहां के युवाओं को अपने प्रदेश में रहकर ही अच्छे पैकेज की नौकरी मिलेगी.
करोड़ों की लागत से आईटी पार्क का निर्माण:दरअसल, जिले के रामनगर में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 9 करोड़ 28 लाख 85 हजार 309 रुपए की लागत से 2 एकड़ की जमीन में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया के नाम से आईटी पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है. इस निर्माण कार्य का जिम्मा नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड के पास है.
कोरोना की वजह से दो साल निर्माण में देरी: निर्माण कंपनी का मानना है कि कोरोना की वजह से काम में देरी हुई है. इस आईटी पार्क को साल 2021 में पूरी तरह से कंप्लीट हो जाना चाहिए था, लेकिन अब इस आईटी पार्क को मानक के अनुरूप तैयार कर नवंबर माह के अंत तक सौंप दिया जाएगा.
आईटी पार्क बनने से लोगों में खुशी:दरभंगा आईटी पार्क बनने से स्थानीय लोगों में काफी खुशी है. खास तौर पर बिहार के युवा वर्ग काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि यहां के छात्र, जो सॉफ्टवेयर की कंपनी शुरू कर खुद का स्टार्टअप करना चाहते हैं उन्हें इससे काफी सुविधा होगी. छात्रों को अध्ययन के लिए भी दूर नहीं जाना होगा. उन्होंने सरकार से इस आईटी पार्क का जल्द उद्घाटन कराने की मांग की है.